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Pulwama Attack : क्या उरी हमले की तरह मोदी सरकार ले पाएगी इसका बदला?

देश की जनता जानना चाहती है कि उरी हमले की तरह क्या देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुलवामा हमले का बदला ले पाएंगे.

Updated on: 15 Feb 2019, 11:22 AM

नई दिल्ली:

देश की जनता जानना चाहती है कि उरी हमले की तरह क्या देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुलवामा हमले का बदला ले पाएंगे. एक तरफ लोकसभा चुनाव नजदीक है तो दूसरी तरफ पुलवामा जैसे आंतकी हमलों में देश दहल रहा है. वहीं, विपक्ष भी मोदी सरकार पर शब्दों का वाण चला रहे हैं. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने ली है. इससे देश की जनता में आक्रोश है. पुलवामा के आतंकी हमले को लेकर अब मोदी सरकार क्या करेगी, इसका देश की जनता को बेसब्री से इंतजार है.

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गौरतलब है कि आतंकी बुरहान वानी की हत्या के बाद 18 सितंबर 2016 को उरी में भारतीय सेना के ब्रिगेड हेडक्वार्टर पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 19 जवान शहीद हो गए थे. आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से ही कश्मीर में रोजाना हिंसक झड़पें हो रही थीं. हाफिज सईद, सैयद सलाहुद्दीन और मसूद अजहर पाकिस्तान से खुलेआम धमकियां दे रहा था कि वे बुरहान वानी की मौत का बदला जरूर लेंगे. इसके बाद पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी. इस सर्जिकल स्ट्राइक की रूपरेखा अजीत डोवाल ने तैयार की थी. उरी हमले के दस दिनों बाद 28-29 सितंबर को पीओके में तीन किलोमीटर अंदर घुसकर भारतीय सेना ने आतंकियों के कैंपों को उड़ा दिया था. भारतीय सेना के बहादुर स्पेशल फोर्सेज के 7 दस्तों ने इस पूरे ऑपरेशन को बखूबी अंजाम दिया. बिना किसी जवान को खोए दुश्मन के घर में घुसकर भारतीय रणबांकुरों ने 50 से अधिक आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचा दिया था.

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इसी तरह गुरुवार को भी आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हुए हैं. जैश-ए-मोहम्मद की इतनी दुस्साहस की, उसने हमले से पहले शूट किया गया आत्मघाती हमलावर का एक वीडियो भी जारी किया. हमलावर की पहचान कमांडर आदिल अहमद दार के रूप में हुई है. घटना उस वक्त की है, जब 78 वाहनों के काफिले में 2,547 सीआरपीएफ जवान जम्मू के ट्रांजिट शिविर से श्रीनगर की ओर जा रहे थे. हमला इतना जबरदस्त था कि सीआरपीएफ बस के परखच्चे उड़ गए. माना जा रहा है कि बस में 39 जवान सवार थे. एक रिपोर्ट में कहा गया कि एसयूवी 200 किलो विस्फोटक से भरी हुई थी, जिसमें संभवत: आरडीएक्स भी हो सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम दलों के नेताओं व समाज के अन्य लोगों ने इस बर्बर घटना की कड़ी निंदा की है. पुलवामा हमले के बाद अब क्या मोदी सरकार फिर सर्जिकल स्ट्राइक करेगी या कोई और कार्रवाई करेगी, जिससे पाकिस्तान इस तरह के आतंकी हमले से तौबा कर ले.

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पाकिस्तान पर एक्शन का चुनाव पर क्या होगा रिएक्शन
अगर मोदी सरकार उरी हमले की तरह पुलवामा हमले का भी बदला ले लेती है तो इसका लोकसभा चुनाव पर बड़ा असर पड़ेगा. बता दें कि जल्द ही चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव को लेकर तारीख घोषित कर सकता है. एक तरफ देश में चुनाव का माहौल है तो दूसरी तरफ पुलवामा जैसे आतंकी हमले से देश के लोगों में गुस्सा है. अगर इस हमले का जल्द बदला नहीं लिया गया तो जनता इसका बदला लोकसभा चुनाव में ले सकती है, इसलिए इस वक्त सभी राजनैतिक पार्टियां को एक होकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. इस बार भारत को ऐसा सबक सिखाना चाहिए कि दोबारा पाकिस्तान भारत की तरफ आंख उठा कर भी न दे सके.