/newsnation/media/post_attachments/images/2020/09/18/narendra-modi-29.jpg)
कृषि से जुड़े विधेयक आखिर क्यों लाने पड़े? PM मोदी ने बताई इसकी वजह( Photo Credit : फाइल फोटो)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
देश में मचे बवाल के बीच कृषि से जुड़े तीन अध्यादेशों पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इन विधेयकों को किसानों के लिए रक्षा कवच बताया है.
कृषि से जुड़े विधेयक आखिर क्यों लाने पड़े? PM मोदी ने बताई इसकी वजह( Photo Credit : फाइल फोटो)
देश में मचे बवाल के बीच कृषि से जुड़े तीन अध्यादेशों पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने इन विधेयकों को किसानों के लिए रक्षा कवच बताया है. उन्होंने कहा कि इन विधेयकों ने हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलाई है और उन्हें आजाद किया है. उसके साथ ही इन बिलों को विरोध कर रहे विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस पर प्रधानमंत्री ने हमला बोलते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
यह भी पढ़ें: तृणमूल सांसद ने राज्यसभा में गोमूत्र का उड़ाया मजाक, मचा हंगामा
ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच- मोदी
बिहार में आज 12 रेल परियोजनाओं को उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कल विश्वकर्मा जयंती के दिन लोकसभा में ऐतिहासिक कृषि सुधार विधेयक पारित किए गए. इन विधेयकों ने हमारे अन्नदाता किसानों को अनेक बंधनों से मुक्ति दिलाई है, उन्हें आजाद किया है. इन सुधारों से किसानों को अपनी उपज बेचने में और ज्यादा विकल्प मिलेंगे और ज्यादा अवसर मिलेंगे.' उन्होंने कहा, 'किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं. उनसे बचाने के लिए ये विधेयक लाए जाने बहुत आवश्यक थे. ये विधेयक किसानों के लिए रक्षा कवच बनकर आए हैं.'
कांग्रेस पर लगाया किसानों को भ्रमित करने का आरोप
प्रधानमंत्री ने कहा, 'कुछ लोग जो दशकों तक सत्ता में रहे हैं और देश पर राज किया है, वो लोग किसानों को इस विषय पर भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं. किसानों से झूठ बोल रहे हैं.' मोदी ने कहा, 'चुनाव के समय किसानों को लुभाने के लिए ये बड़ी-बड़ी बातें करते थे. लिखित में करते थे. अपने घोषणापत्र में डालते थे और चुनाव के बाद भूल जाते थे. आज जब वही चीजें एनडीए सरकार कर रही है तो ये भांति-भांति के भ्रम फैला रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'जिस APMC एक्ट को लेकर अब ये लोग राजनीति कर रहे हैं. एग्रीकल्चर मार्केट के प्रावधानों में बदलाव का विरोध कर रहे हैं. उसी बदलाव की बात इन लोगों ने अपने घोषणापत्र में भी लिखी थी. लेकिन अब जब एनडीए सरकार ने ये बदलाव कर दिया है, तो ये लोग इसका विरोध करने पर उतर आए हैं.'
यह भी पढ़ें: चीन ने अंततः माना गलवान घाटी हिंसा का सच, पर चालाकी नहीं छोड़ी
एमएसपी को लेकर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया रुख
एमएसपी को लेकर प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कहा है, 'अब ये दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सरकार के द्वारा किसानों को MSP का लाभ नहीं दिया जाएगा. ये भी मनगढ़ंत बातें कही जा रही हैं कि किसानों से धान-गेहूं इत्यादि की खरीद सरकार द्वारा नहीं की जाएगी. ये सरासर झूठ है, गलत है, किसानों को धोखा है.' उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार किसानों को MSP के माध्यम से उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है. सरकारी खरीद भी पहले की तरह जारी रहेगी.' मोदी ने कहा, 'ये लोग ये भूल रहे हैं कि देश का किसान कितना जागृत है. वो ये देख रहा है कि कुछ लोगों को किसानों को मिल रहे नए अवसर पसंद नहीं आ रहे. देश का किसान ये देख रहा है कि वो कौन से लोग हैं, जो बिचौलियों के साथ खड़े हैं.'
किसानों से अपील- भ्रम में मत पड़िए, सावधान रहें
उन्होंने कहा, 'कोई भी व्यक्ति अपना उत्पाद दुनिया में कहीं भी बेच सकता है. लेकिन केवल मेरे किसान भाई-बहनों को इस अधिकार से वंचित रखा गया था. अब नए प्रावधान लागू होने के कारण किसान अपनी फसल को देश के किसी भी बाजार में और अपनी मनचाही कीमत पर बेच सकेगा.' मोदी ने कहा, 'मैं आज देश के किसानों को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं. आप किसी भी तरह के भ्रम में मत पड़िए. इन लोगों से देश के किसानों को सतर्क रहना है. ऐसे लोगों से सावधान रहें, जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया और जो आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं.'
यह भी पढ़ें: देश पर साइबर हमला, NIC के 100 कंप्यूटर्स में हैकर्स ने की सेंधमारी
मोदी बोले- अब किसान किसी बिचौलिए का मोहताज नहीं रहेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'वो लोग किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं, लेकिन दरअसल वे किसानों को अनेक बंधनों में जकड़कर रखना चाहते हैं. वो लोग बिचौलियों का साथ दे रहे हैं. वो लोग किसानों की कमाई को बीच में लूटने वालों का साथ दे रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'किसानों को अपनी उपज देश में कहीं पर भी, किसी को भी बेचने की आजादी देना, बहुत ऐतिहासिक कदम है. 21वीं सदी में भारत का किसान, बंधनों में नहीं, खुलकर खेती करेगा. जहां मन आएगा अपनी उपज बेचेगा. किसी बिचौलिए का मोहताज नहीं रहेगा और अपनी उपज, अपनी आय भी बढ़ाएगा.'