logo-image

दिल्ली में बढ़ी ठिठुरन, अब देश के इन इलाकों में पड़ेगी कड़ाके की ठंड 

weather update: वैज्ञानिकों के अनुसार इस साल पिछले कुछ सालों के मुकाबले ज्यादा ठंड पड़ सकती है. जिसका कारण उत्तरी इलाकों में चल रही बर्फीली हवाओं की वजह से क्षेत्र का लेटीट्यूट यानी अक्षांश रेखीय इलाकों के नजदीक होना बताया गया है.

Updated on: 20 Dec 2021, 06:40 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत समूचा उत्तर भारत में इस समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है. पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने मैदानी इलाकों में गलन वाली सर्दी को न्योता ​दे दिया है. आलम यह है कि सुबह और शाम के समय लोगों का घरों से निकलना लगभग बंद कर दिया है. यही वजह है कि मॉर्निंग और इवनिंग वॉक के लिए निकलने की बजाए अब लोग घरों में रहना ज्यादा पसंद करते हैं. वहीं, मौसम विभाग (IMD) की मानें तो इस समय दिल्ली का न्यूनतम तापमान 3 से 4 डिग्री बना हुआ है. मौसम विभाग ने तापमान में आई गिरावट का कारण 18-19 दिसंबर से शुरू हुई शीतलहर (Cold Wave) को बताया है. मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. आरके जनमानी के अनुसार शीतलहरों का यह दौर अभी 22 दिसंबर तक जारी रहेगा. 

यह खबर भी पढ़ें- लड़कियों के लिए बस मां की कोख ही सुरक्षित...भावुक कर देगा बच्ची का सुसाइड नोट

आपको बता दें कि मौसम विभाग ने इससे पहले राजधानी दिल्ली में बर्फीली हवाओं को लेकर चेतावनी जारी की थी. इसके साथ ही रविवार और सोमवार के लिए यलो अलर्ट (Yellow Alert) भी जारी किया था. इसके साथ ही बच्चों और बुजुर्गों को मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर न जाने की सलाह भी दी थी. वहीं, दिल्ली के करीबी राज्य राजस्थान की बात करें तो यहां चूरू में कड़ाके की ठंड ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है. मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में कोहरा छाए रहने की उम्मीद जताई है. इन राज्यों में  असम, त्रिपुरा, मेघालय, हिमाचल प्रदेश, उत्‍तराखंड, पंजाब, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम समेत उत्‍तर भारत के कई राज्‍य शामिल हैं. 

यह खबर भी पढ़ें- शहीद की बहन की शादी में पहुंचे CRPF के जवान, भाई का ऐसा निभाया फर्ज निकल पड़े सबके आंसू

मौसम वैज्ञानिकों ने आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान जताया है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस साल पिछले कुछ सालों के मुकाबले ज्यादा ठंड पड़ सकती है. जिसका कारण उत्तरी इलाकों में चल रही बर्फीली हवाओं की वजह से क्षेत्र का लेटीट्यूट यानी अक्षांश रेखीय इलाकों के नजदीक होना बताया गया है.