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अफगानिस्तान के ताजा हालातों पर भारत चिंतित, जारी किया बड़ा बयान

अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना दबदबा कायम करना शुरू कर दिया है. तालिबान वहां के ज्यादा से ज्यादा इलाकों पर अपना वर्चस्व बनाना चाहता है

Updated on: 12 Aug 2021, 05:24 PM

highlights

  • भारत सरकार ने अफगानिस्तान के ताजा हालातों पर चिंता जताई है
  • विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम अफगानिस्तान की शांति पहलों का समर्थन करते हैं
  • अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना दबदबा कायम करना शुरू कर दिया

नई दिल्ली:

भारत सरकार ने अफगानिस्तान के ताजा हालातों पर चिंता जताई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मे कहा कि वहां घट रही ताजा घटनाएं बेहद चिंता का विषय है. हम आशा करते हैं कि वहां तत्काल और व्यापक युद्धविराम होगा. बागजी ने कहा कि हम अफगानिस्तान की सभी शांति पहलों का समर्थन कर रहे हैं. हमारी प्राथमिक चिंता अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की बहाली है. आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान ने अपना दबदबा कायम करना शुरू कर दिया है. तालिबान वहां के ज्यादा से ज्यादा इलाकों पर अपना वर्चस्व बनाना चाहता है.

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान या फिर जेहादी एलिमेंट के सपोर्ट की रिपोर्ट हमने भी देखी है लेकिन इसपे कोई कमेंट नही करेंगे. वर्ल्ड में सबको मालूम है कि पाकिस्तान की ओर से जेहादी और आतंकी एलिमेंट अफगानिस्तान में क्या कर रहे हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने भारतीय नागरिकों के लिए वाणिज्यिक माध्यमों से अफगानिस्तान छोड़ने के लिए एक सलाह जारी की थी. उन्होंने कहा कि  मजार-ए-शरीफ में हमारे वाणिज्य दूतावास ने इस सप्ताह की शुरुआत में सभी भारतीय कर्मियों को वापस ले लिया है, हालांकि यह स्थाई समाधान नहीं है. वहां हमारा वाणिज्य दूतावास स्थानीय रूप से भर्ती किेए कर्मचारियों के साथ जारी है.

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विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गय कि पिछले साल, काबुल में हमारे मिशन ने अफगानिस्तान में हिंदू और सिख समुदाय के 383 से अधिक सदस्यों को भारत वापस लाने में मदद की थी. काबुल में हमारा मिशन अफगान हिंदू और सिख समुदाय के सदस्यों के संपर्क में बना हुआ है और हम उन्हें सभी आवश्यक सहायता का प्रावधान सुनिश्चित करेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम घटनाक्रम की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, हम बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा कि काबुल में हमारे मिशन ने इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की, जिसमें उन्हें वाणिज्यिक उड़ानों के माध्यम से भारत लौटने की सलाह दी गई. तालिबान के साथ बातचीत के सवाल पर अरिंदम बागची ने कहा कि हम सभी शेयर होल्डर्स के संपर्क में हैं. मैं आगे कुछ नहीं कहना चाहूंगा.