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Wagh Bakri Tea Owner Death: नहीं रहे वाघ बकरी चाय के मालिक पराग देसाई, स्ट्रीट डॉग्स ने किया था हमला

Parag Desai Death: वाघ बकरी समूह के मालिक पराग देसाई का रविवार को निधन हो गया. वह 50 साल के थे. उन्होंने कड़ी मेहनत के दम पर 100 करोड़ से कम की कंपनी को 2000 करोड़ तक पहुंचा दिया.

Updated on: 23 Oct 2023, 01:16 PM

highlights

  • वाघ बकरी चाय के मालिक पराग देसाई का निधन
  • 50 साल की उम्र में ली आखिरी सांस
  • आवारा कुत्तों के हमले में हुए थे घायल

New Delhi:

Parag Desai Death: वाघ बकरी चाय के मालिक पराग देसाई का रविवार शाम (22 अक्टूबर) अहमदाबाद में निधन हो गया. 50 वर्षीय देसाई के निधन की जानकारी कंपनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी. पिछले सप्ताह ही उन्हें ब्रेन हेमरेज होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी मौत का कारण कुत्ते बने. दरअसल, पराग देसाई पर पिछले सप्ताह कुछ कत्तों ने उस वक्त हमला कर दिया था जब वह मॉर्निंग वॉक कर रहे  थे. इसी दौरान कुत्तों ने उनपर हमला कर दिया और वह जमीन पर गिर पड़े. जमीन पर गिरने से उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया. उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां रविवार को उनका निधन हो गया.

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कंपनी ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर उनके निधन की जानकारी दी. पोस्ट में लिखा गया, " गहरे दुख के साथ, हम अपने प्रिय पराग देसाई के दुखद निधन की सूचना देते हुए दुखी हैं." मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 15 अक्टूबर की सुबह वह इस्कोन अम्बली रोड़ पर मॉर्निंग वॉक के दौरान स्ट्रीट डॉग्न ने उनपर हमला कर दिया था. जिससे वह जमीन पर  गिर गए. उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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उन्होंने अमेरिका के न्यूयॉर्क में लॉन्ग आइलैंड यूनिवर्सिटी से एमबीए किया था. देसाई ने वाघ बकरी चाय समूह के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, इसकी बिक्री, विपणन और निर्यात प्रभाग का नेतृत्व किया. देसाई को न केवल चाय का शौक था, बल्कि वे स्थिरता परियोजनाओं में भी सक्रिय रूप से शामिल थे और यात्रा और वन्य जीवन में उनकी रुचि थी. पराग देसाई वाघ बकरी टी ग्रुप के बोर्ड के दो कार्यकारी निदेशकों में से एक थे. वह ग्रुप की सेल्स, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट डिपार्टमेंट का नेतृत्व करते थे. इसके साथ ही वो एक टी टेस्टिंग एक्सपर्ट भी थे.

साल 1995 में कंपनी में शामिल होने पर, जब इसका मूल्य 100 करोड़ रुपये से कम था, देसाई ने वाघ बकरी चाय समूह को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आज ये कंपनी 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार और 50 मिलियन किलोग्राम से अधिक चाय वितरित करने के साथ भारत की अग्रणी पैकेज्ड चाय कंपनियों में से एक बन गई है. वाघ बकरी चाय समूह 24 भारतीय राज्यों में संचालित होता है और लगभग 60 देशों में अपने उत्पादों का निर्यात किया जाता है. देसाई के दृष्टिकोण से चाय लाउंज की शुरुआत की गई थी. जिससे ई-कॉमर्स, सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म में कंपनी की उपस्थिति मजबूत हुई.

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कांग्रेस सांसद ने जताया शोक

बता दें कि पराग देसाई वाघ बकरी चाय समूह के प्रबंध निदेशक रसेश देसाई के पुत्र थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी विदिशा और बेटी परीशा हैं. उनके निधन पर कांग्रेस सांसद शत्ति सिंह गोहिल ने शोक जताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बहुत दुखद खबर आ रही है. वाघ बकरी चाय के निदेशक और मालिक पराग देसाई का निधन हो गया. गिरने के बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था. उनकी आत्मा को शांति मिले. पूरे भारत में पूरे वाघ बकरी परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं."