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अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और राजनाथ सिंह की मुलाकात आज, S-400 और चीन मुद्दों पर होगी बात 

अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच आज बातचीत होगी. दोनों के बीच कई मुद्दों पर बातचीत होनी है. ऑस्टिन ने कल भारत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से मुलाका

Updated on: 20 Mar 2021, 09:00 AM

highlights

  • तीन दिन के दौरे पर भारत पहुंचे हैं अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन
  • राजनाथ सिंह के साथ रक्षा खरीद के प्रस्तावों पर हो सकती है बातचीत
  • बैठक में चीन और एस-400 को लेकर भी की जा सकती है बातचीत

नई दिल्ली:

तीन दिन के दौरे पर भारत पहुंचे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात होगी. शुक्रवार को लॉयड ऑस्टिन की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और एनएसए अजीत डोभाल से भी मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात में भारत-अमेरिका के रणनीतिक और सामरिक रिश्तों को नई दिशा देने पर बातचीत होगी. राजनाथ सिंह और लॉयड ऑस्टिन के बीच होने वाली बैठक में एस-400, चीन, अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी. दरअसल रूस के साथ एस-400 मिसाइलों के समझौते के कारण अमेरिका नाराज है. भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत में यह मुद्दा एक बार फिर दोनों नेताओं के बीच आज होने वाली बातचीत में ये मुद्दा एक बार उठ सकता है. 

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अमेरिकी रक्षा मंत्री का आज का कार्यक्रम
अमेरिकी रक्षा मंत्री अपनी आधिकारिक यात्रा की शुरुआत सबसे पहले राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने के साथ करेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ शनिवार सुबह 11 बजे विज्ञान भवन में उनकी द्विपक्षीय मुलाकात और उसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी. राजनाथ सिंह- लॉयड ऑस्टिन दोपहर 12 बजे संयुक्त बयान जारी करेंगे. इसके बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ भी ऑस्टिन की मुलाकात और चर्चा होगी. 

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भारत-अमेरिका बातचीत में क्या होगा खास ?
अमेरिका में जो बाइडेन सरकार बनने के बात उनके रक्षा मंत्री का पहला भारत दौरा है. दोनों के बीच होने वाली बातचीत में रणनीतिक-सामरिक रिश्तों को गति देने के आयामों पर बातचीत का फोकस रहेगा. बैठक में रक्षा खरीद के प्रस्तावों को लेकर भी बातचीत की जा सकती है. इसमें अमेरिकी फाइटर एयरक्राफ्ट और ड्रोन हथियार प्रणाली की खरीद का मसला भी शामिल है. इसके बाद एस-400, चीन, अफगानिस्तान और हिंद-प्रशांत क्षेत्र जैसे मुद्दे भी बातचीत में शामिल होंगे.