कोविड से जान गंवा देने वाले 77 वकीलों के लिए SC ने 2 मिनट का मौन रखा
जस्टिस रमना के साथ कई और जजों ने बार के लगभग 77 सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने दुर्भाग्य से कोविड महामारी के कारण अपनी जान गंवा दी. ग्रीष्म अवकाश के बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट फिर से खुल गया.
highlights
- सुप्रीम कोर्ट ने कोविड से मौत हुई वकीलों के लिए किया मौन
- 77 वकीलों की कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से मौत
- ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद आज खुला है सर्वोच्च न्यायालय
नयी दिल्ली:
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सोमवार को बार के 77 सदस्यों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने कोविड-19 के कारण अपनी जान गंवा दी. दिन की कार्यवाही की शुरूआत में, मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमण (Chief Justice NV Raman) की अध्यक्षता वाली पीठ ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों (Judges of Supreme Court) की ओर से संवेदना व्यक्त की. जस्टिस रमना के साथ कई और जजों ने बार के लगभग 77 सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने दुर्भाग्य से कोविड महामारी के कारण अपनी जान गंवा दी. ग्रीष्म अवकाश के बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट फिर से खुल गया.
मुख्य न्यायाधीश ने कहा, हमें सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के सचिव द्वारा सूचित किया गया है कि 77 अधिवक्ता जो एससीबीए के सदस्य थे, उन्होंने कोविड19 में अपनी जान गंवा दी है. उन्होंने कहा कि अदालत दिवंगत आत्माओं के लिए दो मिनट का मौन रखेगी. दिन के लिए सूचीबद्ध पहले मामले में पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता गोपाल शंकरनारायणन ने शीर्ष अदालत के इस फैसले की सराहना की.
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शंकरनारायणन ने कहा कि हम अदालत के नेक और आवश्यक कदम की सराहना करते हैं. हम जानते हैं कि कई कोर्ट स्टाफ ने भी अपनी जान गंवाई है, हम दिवंगत आत्माओं के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. अगले मामले में पेश हुए एससीबीए के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि बार एसोसिएशन के सदस्य वकीलों को श्रद्धांजलि देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय के इशारे की सराहना करते हैं. आपको बता दें कि इसके पहले गर्मियों की छुट्टियों के बाद आज ही सुप्रीम कोर्ट खुला है. इस दौरान देश में फैली कोरोना महामारी की वजह से सुप्रीम कोर्ट में लंबे समय से वर्चुअल मोड में ही मामलों की सुनवाई कर रहा है. कोरोना की दूसरी लहर में देश के कई वकील और जज इसके शिकार बन गए और अपनी जान गंवा दी.
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आपको बता दें कि भारत में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में कुल 3 करोड़ 2 लाख 79 हजार 331 लोग आ चुके हैं. जिसमें से 2 करोड़ 93 लाख 9 हजार 607 मरीजों ने इस महामारी को शिकस्त देकर अपने घरों को वापसी की है, जबकि इस महामारी की वजह से देश के 3 लाख 96 हजार 730 लोग काल के गाल में समा गए. हालांकि दूसरी लहर के प्रकोप के बाद एक बार फिर हालात स्थिर दिखाई दे रहे हैं और देश की रफ्तार एक बार फिर अपनी गति पकड़ने की ओर अग्रसर है लेकिन तीसरी लहर का डर भी बना हुआ है.
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