गुरुग्रामः फोर्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट में स्पुतनिक-V का ट्रायल रन आम लोगों के लिए शुरू
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर (Second Wave of COVID Infection) ने भारत सहित दुनिया भर के देशों में कोहराम मचा दिया था. हालांकि वैक्सीन के आ जाने के बाद से हर जगह कोरोना के मामलों पर काबू जरूर किया गया है.
नई दिल्ली :
कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर (Second Wave of COVID Infection) ने भारत सहित दुनिया भर के देशों में कोहराम मचा दिया था. हालांकि वैक्सीन के आ जाने के बाद से हर जगह कोरोना के मामलों पर काबू जरूर किया गया है. लेकिन अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है. अब तो देश में रूस की वैक्सीन स्पूतनिक-वी (Sputnik-V) का ट्रायल रन भी शुरू हो गया है. रविवार को हरियाणा में गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट में आम पब्लिक के लिए कोरोना वैक्सीन का ट्रायल रन शुरू हो गया है. जबकि देश की राजधानी दिल्ली के कई प्राइवेट अस्पतालों में अभी भी वैक्सीन पहुंचने में काफी देरी हो रही है.
जब सरकार से दिल्ली -एनसीआर के प्राइवे अस्पतालों में रूस की स्पूतनिक-वी के अभी तक नहीं पहुंच पाने का कारण पूछा जाता है, तो सरकारी अधिकारी इसके पीछे वैक्सीन प्रोडक्शन में हो रही देरी को बड़ी वजह बताते हैं. भारत की डॉ. रेड्डीज नामक लैबोरेटरीज इस देश में इस टीके की मार्केटिंग कर रही है. जानकारी के मुताबिक सप्लाई में हो रही देरी के कारण वैक्सीन पहुंचने में देर हो रही है.
Fortis Memorial Research Institute, Gurugram starts SputnikV trial run for the general public. pic.twitter.com/wea4KTIcLn
— ANI (@ANI) June 27, 2021
इस वजह से हो रही है देर
रूसी कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी वैक्सीन अभी तक बनी सभी वैक्सीनों से अलग है. इस वैक्सीन में दो अलग-अलग वायरस का इस्तेमाल किया गया है ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें दो अलग-अलग वायरस का इस्तेमाल किया गया है. यानी इस वैक्सीन को प्रभावी बनाने में दो अलग-अलग तरह के डोज लगेंगे. जबकि दुनिया भर की बनी बाकी वैक्सीनों में ऐसा नहीं है. माना जा रहा है कि स्पूतनिक वी वैक्सीन को मिलने में होने वाली देरी के पीछे यही वजह है कि वैक्सीन के दोनों डोज को एक साथ देने के प्रयास किए गए हैं.
सरकार ने कीमतों का निर्धारण किया
स्पूतनिक वी DCGI से आपातकालीन उपयोग की मंजूरी पाने वाला कोरोना संक्रमण से बचने की तीसरी वैक्सीन है. भारत के दवा नियामक DCGI के मुताबिक देश में बने अन्य दो टीके एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन हैं. केंद्र ने स्पूतनिक वी वैक्सीन की कीमत ₹1,145 प्रति खुराक तय की है. निजी कोविड -19 टीकाकरण केंद्रों (CVCs) के लिए कोविशील्ड की अधिकतम कीमत ₹780 प्रति खुराक तय की गई है, जबकि Covaxin की ₹1,410 प्रति खुराक है.
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