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मोदी सरकार से नाराज होकर सांख्यिकी आयोग के दो सदस्यों ने दिया इस्तीफा, कांग्रेस ने कहा एक और संस्था को बर्बाद करने की कोशिश

राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के दो सदस्यों ने मंगलवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जबकि दोनों सदस्यों का कार्यकाल 2020 था

Updated on: 30 Jan 2019, 12:13 PM

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के दो सदस्यों ने मंगलवार को अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है जबकि दोनों सदस्यों का कार्यकाल 2020 था. दोनों सदस्यों के इस्तीफे की खबर सामने आते ही कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा यह एक और सार्वजनिक संस्था को बर्बाद करने की कोशिश है. इस्तीफा देने वाले सदस्यों ने मोदी सरकार पर खुद की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग मुद्दों पर किए गए काम को सरकार गंभीरता से नहीं ले रही थी. सरकार ने एनएससी को टूथलेस कर दिया है.

गौरतलब है कि इन दोनों सदस्यों के इस्तीफे के बाद अब चार सदस्यों वाले आयोग में सिर्फ दो सदस्य ही बचे हैं. इसके दो सदस्य अब सांख्यिकीविद प्रवीण श्रीवास्तव और नीति आयोग के अमिताभ कांत हैं.

सांख्यिकी आयोग से इस्तीफा देने वाले पीसी मोहन भारतीय सांख्यिकी सेवा के पूर्व सदस्य हैं और आयोग के चेयरमैन भी रह चुके हैं. जबकि इस्तीफा देने वाले दूसरे सदस्य मीनाक्षी दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर हैं. आयोग में सिर्फ यहीं दोनों गैर सरकारी सदस्य थे. दोनों सदस्यों के इस्तीफे को लेकर सरकार पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेता और सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल ने ट्वीट कर लिखा कि राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग से सभी गैर सरकारी सदस्यों के इस्तीफे ने एक और सार्वजनिक संस्थान को अयोग्य और दंतहीन बना दिया है. पटेल ने आरोप लगाए कि यह कदम सरकार के बीते पांच सालों के प्रशासनिक गलतियों के आकंड़ों को छुपाने के मकसद का पूरा किया है.

गौरतलब है कि सांख्यिकी आयोग देश में अलग-अलग कामों और योजनाओं के आंकड़ों को जारी करने का काम करती है.