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Kochi Blast: केरल धमाके का सामने आया सच, आरोपी ने इंटरनेट से सीखा बम बनाना 

Kochi Blast: जांच एजेंसी को ऐसा लगा कि यह विस्फोटक उसी तरह का था, जिनका उपयोग पटाखों में किया जाता रहा है

Updated on: 30 Oct 2023, 03:30 PM

नई दिल्ली:

Kochi Blast: केरल के एर्नाकुलम जिले में रविवार सुबह कलामासेरी इलाके में एक कन्वेंशन सेंटर में धमाका हुआ. इस विस्फोट में एक की मौत 20 लोग घायल हो गए. इस धमाके को अंजाम देने वाला शख्स गिरफ्तार हो चुका है. ऐसी जानकारी सामने आई ​कि चर्च में धमाके के लिए चार आईईडी का उपयोग किया गया. जांच एजेंसियों के अनुसार, इसमें आग लगाने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया था. शुरूआत में जांच एजेंसी को ऐसा लगा कि यह विस्फोटक उसी तरह का था, जिनका उपयोग पटाखों में किया जाता रहा है. मगर आगे की जांच में विस्फोट के किस्म की सही जानकारी मिलेगी. वहीं इस विस्फोट में पेट्रोल का उपयोग करने के पीछे की मंशा प्रार्थन घर को आग से जलाने की थी.  जांच टीमों घटनास्थल से बैटरी, तार, सर्किट और मोबाइल फोन को बरामद किया है. जिस कंटेनर में बम एकत्र किया गया, अभी तक इसका पता नहीं चल सका है. 

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पुलिस ने रविवार को बताया था कि आईईडी को एकत्र करने के लिए टिफिन बॉक्स का उपयोग किया गया था. अभी कन्वेंशन सेंटर की तलाशी के साथ सबूतों के पता लगाने की अधिक कोशिश होगी. अधिकारियों के अनुसार, मामले में और ज्यादा अहम सबूतों का पता लगाने को लेकर सोमवार को अधिक टेस्ट होंगे. कन्वेंशन सेंटर की तलाशी होगी.  इस दौरान पुलिस जांच में सामने आया है कि डोमिनिक मार्टिन नाम के शख्स ने धमाके की जिम्मेदारी ली है. उसने घर पर आईईडी एकत्र किया और बम बनाने के लिए इंटरनेट पर दी गई जानकारी का इस्तेमाल किया. ऐसा बताया जा रहा है कि वह खाड़ी में एक फोरमैन था. उसे मशीनों का खास ज्ञान था.”

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जल्द ही विश्लेषण रिपोर्ट केंद्र के साथ शेयर किया जाएगा

अधिकारियों ने बताया कि मार्टिन ने न केवल सोशल मीडिया पर कबूल किया बल्कि पुलिस को वीडियो आदि जैसे सभी आत्म-दोषी सबूत मुहैया कराया गया. ऐसा जांच में सामने आया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बम डेटा सेंटर द्वारा सहायता प्रदान हो रही है. जल्द ही विश्लेषण रिपोर्ट केंद्र के साथ शेयर किया जाएगा. अभी पुलिस विस्तार से जांच करने की कोशिश कर रही है.