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खुशखबरी! जल्द शुरू होगी ट्रेन सेवाएं, राज्य सरकारों से हो रही चर्चा

पहले श्रमिक ट्रेन और फिर बाद में एसी स्पेशल और त्योहार विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं . ये ट्रेनें अभी भी चल रही हैं. लेकिन अभी तक पूरी तरह ट्रेनों को शुरू नहीं किया गया है.अब रेलवे ने पैसेंजर ट्रेन खोलने की तैयारी कर ली है.

Updated on: 27 Dec 2020, 06:25 AM

नई दिल्ली :

कोरोना वायरस का प्रकोप ऐसा बरपा कि जीवन पूरी तरह थम गई. लॉकडाउन की वजह से देशभर में यात्री ट्रेनों को बंद कर दिया गया. हालांकि बाद में कुछ ट्रेनों को शुरू किया गया. पहले श्रमिक ट्रेन और फिर बाद में एसी स्पेशल और त्योहार विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं . ये ट्रेनें अभी भी चल रही हैं. लेकिन अभी तक पूरी तरह ट्रेनों को शुरू नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि अब रेलवे ने पैसेंजर ट्रेन खोलने की तैयारी कर ली है. यात्रियों की परेशानी को देखते हुए यह फैसला लिया जा रहा है. 

रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा कि ये वर्ष रेलवे के लिए मुश्किल भरा रहा है. इस दौर में भी रेलवे ने लोगों की सेवा की है. पैसेंजर ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे के अधिकारी राज्य सरकारों से लगातार चर्चा कर रहे है. जैसे जैसे सरकारें तैयार होती जाएंगी हम पैसेंजर ट्रेनों को शुरू करेंगे.

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उन्होंने आगे कहा कि रेलवे को 2020 में यात्री राजस्व में पिछले वर्ष की तुलना में 87 प्रतिशत नुकसान हुआ है. कोरोना महामारी के बीच रेलवे को हुए नुकसान के संबंध में बात करते हुए यादव ने यह टिप्पणी की.कई व्यय नियंत्रण उपायों और माल ढुलाई से होने वाली कमाई से यात्री खंड को होने वाले राजस्व नुकसान की भरपाई में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, कोविड महामारी के कारण भारतीय रेलवे को अब तक यात्री राजस्व में 87 प्रतिशत की कमी झेलनी पड़ी है, जो पिछले साल के 53,000 करोड़ रुपये से घटकर सिर्फ 4,600 करोड़ रुपये रह गई है.

यादव ने कहा कि रेलवे को माल ढुलाई के राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है. उन्होंने खाद्यान्न और उर्वरकों जैसे गैर-पारंपरिक वस्तुओं की ढुलाई के जरिए भरपाई करने की उम्मीद जताई है. यादव ने कहा, रेलवे ने पिछले साल की तुलना में अब तक 12 प्रतिशत कम खर्च किया है. हमने अपने खर्च को नियंत्रित कर लिया है और चूंकि कुछ ट्रेनें नहीं चल रही हैं, इसलिए हम ईंधन और इन्वेंट्री पर बचत कर रहे हैं. कोविड-19 के बावजूद, हम अपने राजस्व से अपने परिचालन व्यय को पूरा करेंगे.

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इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस वर्ष मानव युक्त रेलवे क्रॉसिंग को समाप्त करने की दर में 102 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. अभी तक कुल 635 रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए चुके हैं. वहीं ग्रीन रेलवे के तहत इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य में 4.5 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है. देश के 960 बड़े रेलवे स्टेशनों की छतों पर 105.7 मेगावाट सोलर पॉवर प्लांट शुरू किए गए हैं.