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Toolkit Case: टूलकिट मामले में दिशा रवि को कोर्ट से मिली जमानत

टूलकिट मामले में कोर्ट ने दिशा रवि को जमानत दे दी है. दिशा को को 1 लाख की दो जमानत याचिका जमा करनी होगी. दिशा रवि को 1 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद  पटियाला हाउस कोर्ट में लाया गया.

Updated on: 23 Feb 2021, 04:16 PM

नई दिल्ली :

टूलकिट मामले में कोर्ट ने जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को जमानत दे दी है. दिशा को को 1 लाख की दो जमानत याचिका जमा करनी होगी. दिशा रवि को 1 दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद  पटियाला हाउस कोर्ट में लाया गया. इससे पहले अदालत ने उनको 10 दिन की पुलिस रिमांड में थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से और रिमांड की अपील की थी, जिसमें कोर्ट ने उनको एक दिन की रिमांड पर भेजा था. 20 फरवरी को जमानत के लिए तीन घंटे की सुनवाई के दौरान पुलिस ने कहा था कि यह टूलकिट भारत को बदनाम करने और हिंसा भड़काने के उद्देश्य से की गई एक नापाक कोशिश थी.

अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू ने अदालत से कहा कि अपनी संलिप्तता छिपाने के लिए पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन और सिख्स फॉर जस्टिस ने नापाक हरकतों को अंजाम देने के लिए दिशा रवि को एक मोर्चे के रूप में इस्तेमाल किया. ये संगठन खालिस्तानी आंदोलन से जुड़े हैं.

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गौरतलब है कि दिशा रवि किसानों के आंदोलन से जुड़े 'टूलकिट' षड्यंत्र मामले में साजिश और देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रही है और 13 फरवरी को उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था.

बता दें कि 'टूलकिट' षड्यंत्र मामले में आरोपी शांतनु मुलुक ने  भी मंगलवार को दिल्ली की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की. इस मामले में मुलुक के अलावा जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि और निकिता जैकब भी आरोपी हैं. बॉम्बे हाईकोर्ट ने 16 फरवरी को उन्हें 10 दिनों के लिए ट्रांजिट अग्रिम जमानत दी थी.

जैकब और मुलुक सोमवार को द्वारका में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल कार्यालय में जांच में शामिल हुए. पिछले हफ्ते उन्हें जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया था. सोमवार को द्वारका में दिल्ली पुलिस के साइबर सेल कार्यालय में जांच के दौरान उन्हें आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई.

दिल्ली पुलिस ने दलील दी है कि किसानों के विरोध को समर्थन देने के लिए स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग द्वारा ट्वीट किए गए गूगल दस्तावेज को दिशा रवि और दो अन्य कार्यकर्ताओं - जैकब और मुलुक द्वारा बनाया गया था. हालांकि, बाद में ग्रेटा ने इसे डिलीट कर दिया था.

'टूलकिट' दिशानिर्देशों की एक श्रृंखला है जो यह बताता है कि किसी विशेष उद्देश्य को कैसे प्राप्त किया जा सकता है. टूलकिट विषयों की व्याख्या करने वाली कार्ययोजनाओं का चार्ट तैयार करता है और उन सुझावों को प्रस्तुत करता ह,ै जिनका पालन करके विशेष लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं.