logo-image

भारत-चीन तकरार के बीच दोनों देशों के शीर्ष जनरल कल करेंगे अहम बैठक

दोनों देशों की सेनाएं भारत-चीन सीमा पर बने गतिरोध के कारण तनाव की स्थिति को कम करने की कोशिश में जुटी हैं. यह बैठक शनिवार को दोनों सेनाओं के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच होगी.

Updated on: 05 Jun 2020, 02:11 PM

नई दिल्ली:

कोरोना काल में चर्चा का विषय बने भारत-चीन की तकरार की खबरों के बीच अब कल यानी शनिवार को अहम दिन है. दरअसल भारतीय सेना और चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के शीर्ष जनरलों की इस हफ्ते के अंत में बैठक होने जा रही है. दोनों देशों की सेनाएं भारत-चीन सीमा पर बने गतिरोध के कारण तनाव की स्थिति को कम करने की कोशिश में जुटी हैं. यह बैठक शनिवार को दोनों सेनाओं के लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अधिकारियों के बीच होगी.

लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के तट पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प के लगभग एक महीने बाद यह बैठक हो रही है. भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के बीच में यह झील पड़ती है, और इसके सटीक स्थान को लेकर विवाद है, जिसके कारण दोनों देशों के सैनिकों को एक-दूसरे के रास्ते में आना पड़ता है.

यह भी पढ़ें- अमेरिकी लेडी ने पाकिस्तान में रहकर मचाया हंगामा, जानें क्यों है चर्चा में

दोनों देशों में बनी तनाव की स्थिति

पैंगोंग त्सो झील के पास झगड़े के बाद से भारतीय और चीनी सैनिकों के लद्दाख में एलएसी के पास कई प्वाइंट्स पर तनाव की स्थिति बनी. पैंगॉन्ग त्सो, गलवान घाटी और डेमचोक में भी गतिरोध की स्थिति बन गई थी. ऐसा माना जाता है कि चीन ने क्षेत्र में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती और उपकरणों का निर्माण किया जिसके बाद भारतीय सेना को अपने सैनिक तैनात करने को मजबूर होना पड़ा था.

स्थानीय कमांडरों के बीच कई दौर चली बैठकों के बाद जब तनाव में कमी नहीं आई तो दिल्ली और बीजिंग के बीच कूटनीतिक बातचीत पर ध्यान दिया गया और अब शनिवार को भारतीय सेना और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के शीर्ष जनरलों के बीच तनाव को कम करने को लेकर अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक से सभी को दोनों देशों के बीच स्थित सीमा विवाद के शांत होने की काफी उम्मीद है.

वह खुद को एडवंचर प्रेमी, फिल्मकार, पत्रकार और ब्लॉगर बताती हैं और इस वक्त विवाद के केंद्र में हैं.

News Nation Bureau | Edited By : Yogesh Bhadauriya | Updated on: 05 Jun 2020, 12:18:14 PM
photojoiner photo  1

Cynthia D Ritchie (Photo Credit: News state)

नई दिल्ली:

अमेरिका की एक महिला ने पाकिस्तान के लोगों के दिल-दिमाग को इस समय झकझोरा हुआ है. महिला का नाम सिंथिया डी रिची (Cynthia D Ritchie) है. वह खुद को एडवंचर प्रेमी, फिल्मकार, पत्रकार और ब्लॉगर बताती हैं और इस वक्त विवाद के केंद्र में हैं. पाकिस्तान की महिला कमांडो के साथ उन्हीं जैसे काले यूनिफार्म में प्रशिक्षण ले रहीं सिंथिया अमेरिकी हैं लेकिन अभी पाकिस्तान में रहकर यहीं की रिपोर्ट दे रही हैं.

यह भी पढ़ें- चाइनीज मोबाइल कंपनी VIVO का सच आया सामने! देश के ग्राहकों के साथ कर रही है यह धोखा

रिची ने पाकिस्तान की पीएम रहीं दिवंगत बेनजीर भुट्टो (Benazir Bhutto) के लिए कुछ ऐसा लिखा और कहा जिसपर बवाल मच गया. दरअसल, रिची ने बेनजीर पर अपनी बात को सही ठहराने के लिए ‘इंडीसेंट कॉरसपोंडेंस: सीक्रेट सेक्स लाइफ आफ बेनजीर भुट्टो’ नाम की किताब का मुख्य पृष्ठ पोस्ट किया. रोशन मिर्जा की लिखी इस किताब में कुछ हाई प्रोफाइल पाकिस्तानी महिलाओं के सेक्सुअल एडवेंचर का उल्लेख है. रोशन मिर्जा ने इस किताब में लिखा है, कि यह महिलाएं अपनी यौन इच्छाओं की पूर्ति के लिए लड़कों का इस्तेमाल करती हैं. और आश्चर्य में डालने वाली बात यह है कि यह महिलाएं किसी सेक्सुअल लिबरल देश की नहीं बल्कि पाकिस्तान के एक राजनीतिक वंश की हैं.”

यह भी पढ़ें- चाइनीज मोबाइल कंपनी VIVO का सच आया सामने! देश के ग्राहकों के साथ कर रही है यह धोखा

इतना ही नहीं, पाकिस्तान के अन्य हाईप्रोफाइल मामलों को लेकर भी रिची अन्य खुलासे कर चुकी हैं. वह कई मंत्रियों की लड़कियों के साथ मौज मस्ती करने वाली तस्वीरें पोस्ट कर चुकी हैं. जिन पर कई लोगों ने उनकी आलोचना की और कई ने कहा कि वह सच की लड़ाई लड़ रही हैं. इसलिए समर्थन है.

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने दिवंगत बेनजीर भुट्टो के खिलाफ कथित घृणास्पद टिप्पणी के लिए रिची के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. पीपीपी के पेशावर जिला अध्यक्ष जुल्फिकार अफगानी ने ब्लॉगर के खिलाफ गुलबहार पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है. यह साफ दिख रहा है कि सत्ता प्रतिष्ठान और आईएसआई रिची को प्रमुख विपक्षी दल पीपीपी के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. पीपीपी की महिला शाखा की प्रांतीय सूचना सचिव एडवोकेट मेहर सुलताना ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के खिलाफ ‘घृणा से भरे और निंदनीय बयानों’ के कारण रिची को देश से निष्कासित करने की मांग की है. पीपीपी नेता ने मंगलवार को अपने बयान में कहा कि दिवंगत बेनजीर भुट्टो के खिलाफ रिची के समीक्षा लेख ने पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों में तीव्र आक्रोश फैला दिया है.

डॉन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बीते हफ्ते उस वक्त सनसनी फैल गई जब पीपीपी ने पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के खिलाफ ‘घृणा से भरी बदनाम करने वाली टिप्पणियों’ के लिए रिची के खिलाफ संघीय जांच एजेंसी की साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई. पीपीपी अधिवक्ता ने कहा कि रिची ने अपने ट्वीट में बेनजीर और उनके पति आसिफ अली जरदारी के वैवाहिक जीवन के बारे में बेहद घृणास्पद और निंदनीय टिप्पणियां की हैं.

For all the Latest India News, Download News Nation Android and iOS Mobile Apps.

First Published : 05 Jun 2020, 12:18:14 PM