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अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाक, अब पाकिस्तान में भारतीय राजनयिक के पीछे लगाई ISI

दरअसल पाकिस्तान के इस्लामाबाद में तैनात शीर्ष भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के जरिए परेशान किए जाने का मामला सामने आया है. इसके लिए आईएसआई ने उनके घर के बाहर कई लोगोंकी तैनाती की है.

Updated on: 05 Jun 2020, 07:12 AM

नई दिल्ली:

दुनिया जहां कोरोना के कहर से त्रस्त हैं वहीं ऐसे में भी भारत के पड़ोसी मुल्क अपनी हरकतों से बाज नहीं आते दिख रहे. एक तरफ जहां चीन और भारत की सेनाएं लद्दाख में आमने-सामने हैं तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान भी अपनी नापाक हरकतों में लगा हुआ है. दरअसल पाकिस्तान के इस्लामाबाद में तैनात शीर्ष भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के जरिए परेशान किए जाने का मामला सामने आया है. इसके लिए आईएसआई ने उनके घर के बाहर कई लोगोंकी तैनाती की है.

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पाकिस्तान में इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया के घर के बाहर कार और बाइक के साथ कई लोगों की तैनाती की है. इसके साथ ही गौरव अहलूवालिया को डराने की कोशिश भी की जा रही है. वहीं बाइक के जरिए गौरव अहलूवालिया का पीछा भी किया गया.

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जानकारी के अनुसार मामला दो जून का है, जब पाकिस्तान में भारत के डिप्टी चीफ गौरव अहलूवालिया से बदसलूकी की गई. जानकारी के मुताबिक जब अहलूवालिया अपने घर से बाहर निकल रहे थे, तभी वहां आईएसआई के लोग कार और बाइक के साथ खड़े थे और बाद में उनका पीछा भी करने लगे. बता दें कि भारतीय राजनयिकों को परेशान करने का आईएसआई का ये पुराना पैंतरा है.

पहले भी कर चुके हैं परेशान

ये पहला ऐसा मामला नहीं है जब इस्लामाबाद में तैनात शीर्ष भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को परेशान किया गया हो. इससे पहले भी कई बार भारतीय राजनयिक गौरव अहलूवालिया को परेशान किए जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.

पाकिस्तानी उच्चायोग के अफसर पकड़े गए

बता दें कि हाल ही में पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अफसरों को जासूसी के आरोप में पकड़ा गया था. भारत ने दोनों को पर्सोना-नॉन ग्रेटा घोषित किया है. जानकारी के मुताबिक मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट (MIU) को इनपुट मिले थे कि पाकिस्तान उच्चायोग में काम करने वाले आबिद और ताहिर भारतीय सेना के जवानों को निशाना बनाते थे. खुद को इंडियन बताकर पहले उनसे दोस्ती करते, और फिर उन्हें अपने झांसे में लेने की कोशिश करते ताकि उनसे खुफिया जानकारी हासिल की जा सके.