तमिलनाडु में कोविड-19 के ताजा मामले और सक्रिय मामलों में गिरावट के बाद अब राज्य संभावित तीसरी लहर का मुकाबला करने की तैयारी कर रहा है. विशेषज्ञ इस बात पर शोध एवं चिंतन के साथ ही बहस भी कर रहे हैं कि क्या तीसरी लहर दूसरी लहर के कम होते ही तुरंत आ जाएगी, या फिर इसमें कुछ समय लगेगा. तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने ऑक्सीजन कनेक्शन के साथ 66,000 बिस्तर उपलब्ध कराए हैं और संभावित तीसरी लहर के हमले का सामना करने के लिए खुद को तैयार किया है. राज्य सरकार ने सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय में एक याचिका के जवाब में एक हलफनामा दिया कि उसने पहले ही 66,000 बिस्तर तैयार कर लिए हैं और 17 जून तक 1.12 करोड़ लोगों को टीका लगाया है. राज्य सरकार ने यह भी उल्लेख किया है कि जिन लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन की पहली खुराक ली है और विदेश यात्रा कर रहे हैं, उनके लिए 84 दिन की अवधि से पहले ही दूसरी खुराक देने का प्रयास किया है. सरकार ने दिव्यांगों का टीकाकरण करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं.
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देश भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की अलग-अलग राय है कि क्या तीसरी लहर बच्चों या सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करेगी? चेन्नई के एक मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रजनी वारियर ने कहा, '' बच्चों का ध्यान रखना होगा, क्योंकि तीसरी लहर के उन्हें प्रभावित करने संभावना है. हालांकि विश्व स्तर पर यह पुष्टि नहीं हुई है कि तीसरी लहर बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी. इसके बजाय, सभी श्रेणियों के लोगों को जागरूक होना चाहिए और तीसरी लहर के लिए तैयार रहना चाहिए जो निश्चित रूप से जल्द या कुछ समय बाद देश में आने वाली है.'' राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वर्चुअल ऑनलाइन सत्र आयोजित किया है और शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोगों के बीच संचार और जागरूकता पैदा करने के लिए एक रोड मैप प्रदान किया है. मुख्यमंत्री ने विधानसभा में प्रतिनिधित्व करने वाले सभी राजनीतिक दलों के विधायकों की एक 13 सदस्यीय समिति का गठन किया है. यह समिति जमीनी स्तर के विकास के लिए प्रहरी के रूप में कार्य करेगी.
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तमिलनाडु स्वास्थ्य सेवा के एक वरिष्ठ नौकरशाह ने बताया, '' हमने स्थिति की दिन-प्रतिदिन की निगरानी के लिए एक योजना तैयार की है और जिला स्वास्थ्य अधिकारियों से राज्य के कोविड निगरानी केंद्र तक प्रतिक्रिया प्राप्त करेंगे. लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना अब स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.'' स्वास्थ्य विभाग ने ऑक्सीजन बेड, अधिक वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर प्रदान करने के लिए सभी कॉपोर्रेट्स के साथ उनके सीएसआर समर्थन के लिए संवाद किया है. राज्य सरकार भी कम समय में अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाने के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला रही है ताकि लोगों को रोग प्रतिरोधक क्षमता मिले और समाज हर्ड इम्युनिटी तक पहुंचे.
HIGHLIGHTS
- 17 जून तक 1.12 करोड़ लोगों को टीका लगाया है
- सरकार ने दिव्यांगों का टीकाकरण करने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं
- सभी श्रेणियों के लोगों को जागरूक होना चाहिए और तीसरी लहर के लिए तैयार रहना चाहिए
Source : IANS