logo-image
लोकसभा चुनाव

सुशांत केस: सीबीआई के हाथ आई ऑटोस्पी रिपोर्ट, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से होगी पूछताछ

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या के मामले की जांच अब सीबीआई के हाथों में है.

Updated on: 22 Aug 2020, 09:26 AM

मुंबई:

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की कथित आत्महत्या के मामले की जांच अब सीबीआई के हाथों में है. सच्चाई का पता लगाने के लिए सीबीआई की टीम भी मुंबई पहुंच चुकी है और मामले की तफ्तीश में जुटी है. इस बीच सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोस्पी रिपोर्ट सीबीआई के हाथ आ गयी है. अब जांच टीम उन डॉक्टरों से पूछताछ करेगी, जिन्होंने सुशांत का पोस्टमार्टम किया था.

यह भी पढ़ें: चालबाज चीन को सबक सिखाने के लिए भारत में उठाया एक और कदम, रेलवे क्षेत्र में कर दिया यह काम

ऑटोस्पी रिपोर्ट में जो जानकारी सामने आई है वह बेहद चौंकाने वाली है. ऑटोस्पी रिपोर्ट के अनुसार, सुशांत सिंह राजपूत की बॉडी पर जो निशान था, वो 33 सेंटीमीटर का लंबा था. रस्सी का निशान ठुड्डी से 8 सेंटीमीटर नीचे था. गले के दाहिनी तरफ निशान की मोटाई 1 सेंटीमीटर थी. गले की बाईं तरफ निशान की मोटाई 3.5 सेंटीमीटर थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इन निशान के अलावा सुशांत के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं दिखाई दिए.

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत के गले और सिर के आसपास कोई हड्डी नहीं टूटी थी. जो सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है. क्योंकि अक्सर फांसी लगाने पर गर्दन की हड्डी टूट जाती है, लेकिन सुशांत के मामले में ऐसा नहीं है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के वक्त का जिक्र नहीं है. इसके अलावा सुशांत की लाश का कोरोना टेस्‍ट भी नहीं किया गया था.

यह भी पढ़ें: चुनाव आयोग की गाइडलाइन के बाद बिहार में बढ़ी सियासी गर्माहट, बीजेपी कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक आज से

उधर, एम्स ने सुशांत सिंह राजपूत की अटॉप्सी की फाइलों की जांच के लिए फॉरेंसिंक विशेषज्ञों के पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया है. सीबीआई ने इस मामले में शुक्रवार को एम्स से राय मांगी थी. एम्स के फॉरेंसिंक विभाग के प्रमुख डॉ. सुधीर गुप्ता इस दल का नेतृत्व करेंगे. उन्होंने बताया, 'हम हत्या की आशंका को देखेंगे हालांकि सभी संभावित कोणों की गहराई से जांच की जाएगी.' उन्होंने बताया कि सुशांत के शरीर पर घाव के निशानों को देखकर परिस्थितिजन्य सबूतों से उनका मिलान किया जाएगा.