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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फिर आईं सुब्रमण्यम स्वामी के निशाने पर

इसके पहले स्वामी ने बजट 2021 (Budget 2021) पर तब कटाक्ष कर दिया था जब लोग प्रावधानों को ठीक से समझ भी नहीं पाए थे.

Updated on: 18 Feb 2021, 08:45 AM

highlights

  • स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मद में वृद्धि गलत
  • सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर वित्त मंत्री पर कसा तंज
  • पहले भी बजट औऱ कृषि सेस पर घेर चुके मोदी सरकार को

नई दिल्ली:

मोदी सरकार के लगभग हरेक वित्त मंत्री पर निशाना साधने वाले सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swami) ने बजट प्रावधानों को लेकर एक बार फिर से निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) पर निशाना साधा है. उन्होंने वित्त मंत्री के स्वास्थ्य एवं परिवार-कल्याण मंत्रालय को दिए गए बजट प्रावधानों पर अंगुली उठाते हुए एक ट्वीट किया है. इसके पहले स्वामी ने बजट 2021 (Budget 2021) पर तब कटाक्ष कर दिया था जब लोग प्रावधानों को ठीक से समझ भी नहीं पाए थे. उस वक्त भाजपा सांसद स्वामी ने पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ तंज कसा था. सुब्रमण्यम स्वामी ने बजट पेश होने के दूसरे ही दिन ट्वीट कर लिखा था कि राम के भारत में पेट्रोल 93 रुपए, सीता के नेपाल में 53 रुपए और रावण की लंका में 51 रुपए में मिल रहा है.

137 फीसदी की बढ़ोत्तरी असल में हुई ही नहीं
अब गुरुवार को किए गए ट्वीट में स्वामी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हालांकि संदेह का लाभ भी दिया है. उन्होंने लिखा है कि जाने-अनजाने वित्त मंत्री स्वास्थ्य एवं परिवार-कल्याण के मद में 137 फीसदी की बढ़ोत्तरी की घोषणा कर दी. उन्होंने लिखा कि वित्त मंत्री ने पेयजल के मद के बजट प्रावधानों को भी स्वास्थ्य एवं परिवार-कल्याण में जोड़ लिया. अगर इस राशि को घटा दिया जाए तो स्वास्थ्य एवं परिवार-कल्याण के मद में उल्लेखनीय वृद्धि कतई नहीं हुई है. 

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कृषि सेस पर भी घेरा था बजट को
इसके पहले स्वामी बजट पर अपनी ही सरकार को पहले घेर चुके हैं. गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 में पेट्रोल और डीजल पर कृषि सेस लगाने की बात कही थी. बजट 2021 के अनुसार, पेट्रोल पर 2.50 और डीजल पर 4 रुपए कृषि सेस लगाए जाने की घोषणा की गई. हालांकि, सरकार ने साफ किया था कि इस सेस का उपभोक्ताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन, आशंका जताई जा रही थी कि आगे चलकर ऑयल कंपनियां इसकी भरपाई आम जनता से ही करेगी. ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

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पीएम मोदी को भी नहीं बख्शा
सुब्रमण्यम स्वामी चीन से सीमा विवाद को लेकर भी मोदी सरकार की आलोचना करते रहे हैं. बीती 6 जनवरी को ही स्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि कोरोना वैक्सीन के उत्साह में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही है. साथ ही इस बात का भी हमें ध्यान होना चाहिए कि लद्दाख में 4000 स्क्वायर किलोमीटर के क्षेत्र में चीन हम पर हावी है. सुब्रमण्यम स्वामी मोदी सरकार की विदेश नीति को कठघरे में खड़ा करते रहे हैं. स्वामी ये भी कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आसपास अज्ञानी और सच बोल पाने की हिम्मत न रखने वालों का जमावड़ा है.