CWC की बैठक में बोली सोनिया गांधी... हार से निराश, परास्त नहीं
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपनी गंभीर असफलताओं पर ध्यान देना है और सही सबक निकालने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा.
highlights
- विधावसभा चुनावों में हार के बाद सीडब्ल्यूसी की बैठक
- सोनिया गांधी ने अब बदलाव का वक्त आ गया है
- कोरोना महामारी और वैक्सीन पर मोदी सरकार को घेरा
नई दिल्ली:
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से सोमवार को शीर्ष नीति निर्धारक ईकाई कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार पर मंथन किया गया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कहा कि पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपनी गंभीर असफलताओं पर ध्यान देना है और सही सबक निकालने के लिए वास्तविकता का सामना करना होगा. कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की एक महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि वह ऐसे हर पहलू को देखने के लिए एक छोटा समूह गठित करने का इरादा रखती हैं, जो इस तरह के बदलाव का कारण बने. कांग्रेस की कार्यसमिति में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के अलावा एके एंटनी और पार्टी के असंतुष्ट गुट जी-23 के गुलाम नबी आजाद भी शामिल हैं.
चुनावों में हार से बेहद निराशा
चुनावों में कांग्रेस की मंथन को लेकर बुलाई गई इस बैठक में सोनिया गांधी ने कहा कि जबकि हम सभी कोरोना महामारी से जंग में व्यस्त हैं, यह बैठक चुनाव परिणामों पर चर्चा के लिए बुलाई गई है. यह कहने के लिए कि हम गहराई से निराश हैं, समझ बनाना है. मैं हर पहलू को देखने और बहुत जल्दी रिपोर्ट करने के लिए एक छोटा समूह स्थापित करने का इरादा रखती हूं. उन्होंने कहा कि हमें स्पष्ट रूप से यह समझने की आवश्यकता है कि केरल और असम में हम असंगत गुंडों को नापसंद करने में क्यों असफल रहे और पश्चिम बंगाल में हमारा खाता भी नहीं खुल सका. ये असहज सबक देंगे, लेकिन अगर हम वास्तविकता का सामना नहीं करते हैं, अगर हम तथ्यों को सामने नहीं रखते हैं, तो हम सही सबक नहीं लेंगे.
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कोरोना और वैक्सीन पर मोदी सरकार पर निशाना
इस बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा. सोनिया गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारी को छोड़ दिया है और राज्यों पर ही टीकाकरण छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा सभी राज्यों को नि: शुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराना आर्थिक रूप से अधिक न्यायसंगत होगा. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की स्थिति और भी भयावह हो गई है. शासन की विफलताएं और भी अधिक कठोर हो गई हैं. देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली ध्वस्त हो गई है. मोदी सरकार ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं किया. मोदी सरकार की अन्य प्राथमिकताएं हैं, जनता की राय के बल पर भव्य परियोजनाओं का पीछा करना उसमें शुमार है.
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