logo-image

'बार्ज पी-305 कैप्टन की गलती से डूबा, बात मान लेते तो बच जाती जानें'

मुख्य इंजीनियर रहमान शेख ने आरोप लगाया है कि बार्ज के कैप्टन ने चक्रवात की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया.

Updated on: 21 May 2021, 08:09 AM

highlights

  • बजरा पी-305 के कप्तान ने नहीं दिया चेतावनी पर ध्यान
  • चीफ इंजीनियर ने वीडियो जारी कर लगाया गंभीर आरोप
  • 26 लोग अभी भी लापता है, जबकि 49 मारे जा चुके हैं

मुंबई:

मुंबई के अपतटीय क्षेत्र में चक्रवात ताउते (Tauktae) के दौरान डूबे बार्ज पी-305 के मुख्य इंजीनियर रहमान शेख ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि बार्ज के कैप्टन ने चक्रवात की चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया, जिस वजह से चालक दल के कम से कम 49 सदस्यों की मौत हो गई. रहमान ने बार्ज की समुद्री यात्रा के योग्य होने पर भी सवाल किया है. पी-305 बार्ज सोमवार शाम को अरब सागर (Arab Sea) में डूब गया था. इस पर सरकारी कंपनी ओएनजीसी के अपटतीय तेल खनन प्लेटफॉर्म के रख-रखाव के काम में लगे कर्मी मौजूद थे. शेख इस दुर्घटना में घायल हो गए थे. उन्होंने स्वस्थ होने के बाद एक वीडियो में कहा कि कैप्टन बलविंदर सिंह ने जोर दिया कि हवा की रफ्तार बहुत तेज नहीं होगी और चक्रवात सिर्फ एक घंटे रुकेगा.

वीडियो जारी कर लगाया आरोप
यह वीडियो शेख के भाई आलम ने शूट किया है. आलम ने यह वीडियो साझा किया है जिसमें शेख ने कहा है, 'कैप्टन ने कहा कि हवा की गति 75 किलोमीटर प्रतिघंटा से अधिक नहीं होगी. यह 11 बजे शुरू होगा और 12 बजे खत्म हो जाएगा. यह पूरी घटना कैप्टन और ग्राहक (क्लाइंट) की वजह से हुई है.' बलविंदर सिंह उन 26 लोगों में शामिल हैं जो अब भी लापता हैं. बताया जाता है कि वह जीवन रक्षक जैकेट के बिना ही समंदर में कूद गए थे. रहमान को भी 24 घंटे में पानी में रहना पड़ा और फिर नौसेना ने उन्हें बचाया. बार्ज पर 261 लोग मौजूद थे.

यह भी पढ़ेंः पंजाबः मोगा में मिग-21 फाइटर जेट क्रैश, देर रात हुआ हादसा

186 बचाए गए, 26 की तलाश जारी
बार्ज पी-305 पर मौजूद 261 लोगों में 186 लोगों की जान बचा ली गई है. 26 लोग अब भी लापता हैं और उन्हें खोजने के लिए नौसेना और तटरक्षक बल का तलाश एवं बचाव अभियान जारी है. एक अधिकारी ने बताया कि बेहद खराब मौसम से जूझते हुए नौसेना के जवानों ने अब तक 186 को बचा लिया है. नौसेना के पोत तथा विमान पी305 पर मौजूद रहे लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि अब लापता लोगों के जीवित मिलने की संभावना बहुत ही कम है. नौसेना ने बेहद खराब मौसम से जूझते हुए बजरा पी-305 पर मौजूद लोगों को बचाया है, दो लोगों को 'टगबोट' वारप्रदा से बचाया गया है.