सत्तारूढ़ भाजपा और आरएसएस पर तीखा हमला करने वाले कर्नाटक के विपक्ष के नेता सिद्धारमैया को कांग्रेस आलाकमान ने मंगलवार को राज्य में आगे की रणनीति पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी बुलाया है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी भी सिद्धारमैया और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के बीच शीत युद्ध को समाप्त करने की कोशिश करेंगी।
सोनिया उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना के खिलाफ कर्नाटक में आंदोलन तेज करने की रणनीति पर भी चर्चा करेंगी।
दोपहर 12.30 बजे सिद्धारमैया, सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। सिद्धारमैया ने हाल ही में भाजपा केंद्रीय नेताओं पर तीखा हमला किया है। इस बीच, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और दैनिक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के विरोध में शिवकुमार ने बैलगाड़ी रैली, साइकिल रैली और टोंगा रैली का आयोजन करके लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।
कार्यकर्ता अभी भी असमंजस की स्थिति में हैं क्योंकि सिद्धारमैया और शिवकुमार खेमे के बीच गहरी दरार है। अगर कांग्रेस पार्टी अगले विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करती है तो दोनों ही मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने खुले तौर पर कहा कि कर्नाटक में विपक्ष काफी मजबूत है और भाजपा के कार्यकर्ताओं को राज्य में अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर पर निर्भर हुए बिना कड़ी मेहनत करनी होगी।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने कहा कि अगर आलाकमान सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सुलह करवाने में कामयाब रहते हैं, तो वे राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा का प्रभावी ढंग से सामना कर सकते हैं और बहुमत हासिल करने की अच्छी संभावना होगी। चूंकि, उपचुनाव, जिला और तालुका पंचायत नजदीक हैं, तो आलाकमान यह देखना चाहते है कि दोनों नेताओं के बीच खींचतान की पृष्ठभूमि में वे चुनाव न हार न जाएं।
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Source : IANS