Divorce और Judicial Separation में क्या फर्क है? जानिए इसको लेकर नियम
मुनीर के बयान से पूरा पाकिस्तान शर्मसार, अमेरिका की धरती पर शहबाज शरीफ की तुलना इस जानवर से की
धर्मेंद्र नहीं 'शोले' के ये एक्टर थे हेमा मालिनी के दीवाने, एक्ट्रेस ने ठुकराया था शादी का प्रपोजल, तो ताउम्र रह गए कुंवारे
चीन ने रूस और यूक्रेन से शांति वार्ता में गति बनाए रखने का आग्रह किया
अनन्या पांडे का घर है बेहद खूबसूरत, आप भी देखिए कमाल की तस्वीरें
चीनी प्रधानमंत्री ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री से वार्ता की
IND vs ENG: 8 साल बाद खेलने आए, शून्य पर ढेर हो गए करुण नायर, तोड़ा करोड़ों फैंस का दिल
अमनदीप द्राल ने चेक लेडीज में करियर का सर्वश्रेष्ठ राउंड खेला
योग कार्यक्रमों का धूमधाम से आयोजन करना सरकार की असंवेदनशीलता : कांग्रेस सांसद बलवंत वानखड़े

अब गंगा जल हराएगा कोरोना को! BHU के सीनियर डॉक्टरों ने बनाया किलर वायरस को मारने वाला स्प्रे

अब गंगा का जल कोरोना (Corona) को हराएगा. बीएचयू (BHU) के डॉक्टरों ने शोध कर ये बात सामने लायी है. अब गंगा जल का एक स्प्रे भी तैयार किया गया है.

अब गंगा का जल कोरोना (Corona) को हराएगा. बीएचयू (BHU) के डॉक्टरों ने शोध कर ये बात सामने लायी है. अब गंगा जल का एक स्प्रे भी तैयार किया गया है.

author-image
nitu pandey
एडिट
New Update
ganga jal

अब गंगा जल हराएगा कोरोना को! BHU के सीनियर डॉक्टरों का दावा( Photo Credit : फाइल फोटो)

अब गंगा का जल कोरोना (Corona) को हराएगा. बीएचयू (BHU) के डॉक्टरों ने शोध कर ये बात सामने लायी है. अब गंगा जल का एक स्प्रे भी तैयार किया गया है. दरअसल गंगा के पानी में बैक्टीरिया को खाने वाले बैक्टीरियोफाज वायरस से बीएचयू के डॉ0क्टरों की टीम ने एक स्प्रे तैयार किया है. दावा किया है कि इससे कोरोना का उपचार किया जा सकता है. इसे लेकर हाइपोथिसिस रिसर्च किया है, जिसे इंटरनेशनल जर्नल आफ माइक्रोबायोलॉजी ने सितंबर के महीने में स्वीकार किया है. अब चिकित्सा विज्ञान संस्थान की एथिकल कमेटी को प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत किया है. वहां स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी.

Advertisment

बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित न्यूरोलॉजी विभाग के प्रो. वीएन मिश्र ने एक टीम बनाई है. प्रो. मिश्र ने बताया कि देश-विदेश में पहले से पत्रों एवं जर्नल में प्रकाशित शोध से आंकड़ा एकत्रित कर हाइपोथिसिस रिसर्च किया गया. बताया कि गोमुख, बुलंदशहर, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी सहित 17 स्थानों से बैक्टीरियोफाज के सैंपल लिए गए. इसमें पाया गया कि जहां गंगा पूरी तरह स्वच्छ हैं उसमें दूसरे बैक्टीरिया को मारने की क्षमता है.

इसे भी पढ़ें:स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- हम चेंज द वायरस की रणनीति पर कर रहे हैं काम, रिकवरी की दर काफी तेज

उन्होंने बताया कि दो सितंबर को ही यह शोध स्वीकार हो गया है. उम्मीद है जल्द ही प्रकाशन भी हो जाएगा. इसी बीच आइएमएस को स्प्रे से उपचार के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. वहां से स्वीकृति मिलने के बाद 198 कोरोना मरीजों पर क्लिनिकल ट्रायल के लिए योजना बनाई गई है।. प्रो. मिश्र ने बताया कि अगर सफलता मिलती है तो मात्र 10 रुपये में ही स्प्रे के रूप में कोरोना की दवा मिल सकती है. बताया कि गंगा में वर्षों से प्रतिदिन स्नान करने वाले एवं आचमन करने वालों पर भी सर्वे किया गया है. इसमें पाया गया है कि किसी को भी कोरोना नहीं हुआ. इस पूरे शोध पर प्रोफेसर विजय नाथ मिश्रा से बात की न्यूज नेशन संवादाता सुशान्त मुखर्जी ने.

और पढ़ें:कांग्रेस का राजनाथ पर निशाना- चीन को लाल आंख कब दिखाएंगे मोदी सरकार?

बीएचयू के डॉक्टरों के गंगा जल के इस स्प्रे के शोध से आई आई टी बीएचयू के प्रोफेसर भी इत्तेफाक रखते है उनका कहना है की गंगा का जल बैक्ट्रिया को मारता है इसमे कोई दो राय नहीं है. बैक्टीरियोफाज वायरस गंगा के जल में रहते है पर ये हियुमन बॉडी में कोरोना से लड़ने में कितना सहायक होगा ये पूरी तरह से क्लिनिकल ट्रायल के बाद ही साफ होगा पर इतना जरूर है की गंगा के जल में बैक्टीरियोफाज वायरस होने से इसका फायदा जरूर मिल सकता है.

Source : News Nation Bureau

BHU gangajal coronavirus
      
Advertisment