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बुखारेस्ट से दूसरी उड़ान 250 भारतीय नागरिकों के साथ दिल्ली के लिए हुई रवाना

पहली उड़ान मुंबई पहुंच चुकी है. दूसरी उड़ान कल सुबह दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. हम अपने बच्चों को यूक्रेन की सीमाओं तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं.

Updated on: 26 Feb 2022, 10:27 PM

नई दिल्ली:

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय दिन रात एक कर दिया है. विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बताया कि बुखारेस्ट से दूसरी उड़ान 250 भारतीय नागरिकों के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गई है. जबकि आज दोपहर को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से  यूक्रेन में रह रहे 219 भारतीयों ले कर एक जहाज ने उड़ान भरी थी, जो शाम को मुंबई पहुंची. वहीं  हंगरी में भारत के दूतावास ने भारतीयों को यूक्रेन से हंगरी के रास्ते निकालने के संबंध में एडवाइजरी जारी की है.

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘पहली उड़ान मुंबई पहुंच चुकी है. दूसरी उड़ान कल सुबह दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. हम अपने बच्चों को यूक्रेन की सीमाओं तक पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं. भारतीय दूतावास के अधिकारी उन्हें यूक्रेन सीमा से पड़ोसी देशों के हवाई अड्डों तक ले जा रहे हैं.’

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यूक्रेन से सुरक्षित निकाले गए भारतीय नागरिकों का मुंबई हवाई अड्डे पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल स्वागत करेंगे. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया, “सरकार हमारे नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिशन मोड में काम कर रही है.”

केरल के छात्रों को अपने खर्चे पर लेकर आएगी राज्य सरकार

केरल सरकार यूक्रेन से दिल्ली और मुंबई पहुंचने वाले राज्य के छात्रों के लिए केरल के हवाई टिकट का खर्च उठाएगी. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार को यह घोषणा की. केंद्र सरकार द्वारा की गई व्यवस्था के तहत विशेष विमानों के जरिये युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय स्वदेश लौट रहे हैं. विजयन ने फेसबुक पर जारी एक पोस्ट में कहा कि राज्य सरकार ने यूक्रेन से लौटे केरल के लोगों का विवरण एकत्र करने के लिए कदम उठाए हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली में मौजूद केरल रेजिडेंट कमिश्नर और अन्य अधिकारी दिल्ली और मुंबई के हवाईअड्डों से राज्य तक छात्रों की सुगम यात्रा के लिए सुविधाएं सुनिश्चित करेंगे.

झारखंड सरकार ने छात्रों के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया

झारखंड सरकार ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है, जहां पर लगातार भारतीय बच्चों और उनके माता-पिता के भी फोन आ रहे हैं. नियंत्रण कक्ष प्रमुख जॉनसन टोपनो ने कहा, ‘अभी तक हमारे पास लगभग 70-80 कॉल आ चुके हैं जिसमें ज्यादातर छात्र हैं। वहां पर स्थिति काफी भयावह है. हमने 60 से ज्यादा बच्चों को ट्रेस किया है और संख्या लगातार बढ़ रही है. हम लगातार काम कर रहे हैं और बच्चों के आने का पूरा खर्चा सरकार उठाएगी.’

रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज तीसरा दिन है. रूस की ओर से हमला जारी है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंध और बातचीत के जरिए रूस पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है ताकि वह तत्काल सैन्य कार्रवाई रोक दे, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकल सका है. हमले में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं.