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डिवोर्स डॅाक्यूमेंट्स लेकर SC-ST आयोग पहुंचे समीर वानखेड़े, वेरिफिकेशन के बाद आएगी सच्चाई

आर्यन ड्रग्स केस को लेकर सुर्खियों में आए नवाब मलिक और मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की तना-तनी अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. मलिक के आरोपों का जवाब देने के लिए समीर वानखेड़े सोमवार को दिल्ली में अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के दफ्

Updated on: 01 Nov 2021, 04:04 PM

highlights

  • नवाब मलिक के आरोपों के बाद आहत हैं वानखेड़े 
  • कहा सभी जरुरी डॅाक्यूमेंट्स एससी-एसटी आयोग जमा कराए गए
  •  सभी आरोपों का जवाब आयोग के माध्यम से मिल जाएगा 

नई दिल्ली :

आर्यन ड्रग्स केस को लेकर सुर्खियों में आए नवाब मलिक और मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की तना-तनी अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. मलिक के आरोपों का जवाब देने के लिए समीर वानखेड़े सोमवार को दिल्ली में अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के दफ्तर में पहुंचे. वानखेड़े ने वहां डिवोर्स पेपर्स से लेकर एससी-एसटी सर्टीफिकेट तक सभी जरुरी डॅाक्यूमेंट्स दफ्तर में पेश किए. दस्तावेज सौंपने के बाद बाहर आए वानखेड़े ने बताया कि सारे डॉक्यूमेंट्स आयोग को दे दिए गए हैं, अब वेरिफिकेशन के बाद आयोग इसकी रिपोर्ट देगा. वहीं, आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने बताया कि वानखेड़े के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है.  

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दरअसल, महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. नवाब मलिक का दावा है कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की है. मलिक के आरोपों को वानखेड़े पहले ही खारिज कर चुके हैं. आज उन्हें अनुसूचित आयोग को अपने दस्तावेज सौंपे. समीर वानखेड़े ने आयोग को अपना जाति प्रमाण पत्र, पहली पत्नी से हुए बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट और तलाक के कागजात सौंपे हैं. इसके साथ ही उन्होंने शादी के पेपर भी दिये हैं. कमीशन इन पेपर्स की जांच कराएगा.

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राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला ने बताया कि वानखेड़े ने पहले भी एक अर्जी दी थी कि उनके खिलाफ साजिश हो रही है. उन्होंने बताया कि 29 अक्टूबर को महाराष्ट्र सरकार को नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अभी तक वहां से कोई जवाब नहीं मिला है. 7 दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया था. उन्होंने बताया कि वानखेड़े ने कहा है कि वो अनुसूचित जाति से हैं, और इसमें किसी को भी शंका नहीं होनी चाहिए. उन्होंने ये भी कहा कि अगर हम वानखेड़े के दस्तावेजों को सही पाते हैं तो हम ये सुनिश्चित करेंगे कि वानखेड़े के अधिकारों की रक्षा की जाए.

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