मदर्स डे के मौके ओर न्यूज़ नेशन उन कोरोना वॉरियर माताओ का सम्मान करता है जो इस महामारी में अपने घर परिवार की चिंता किये बिना ड्यूटी करती हैं. ऐसी ही एक कोरोना वारियर वर्षा भी हैं. अहमदबाद के वासना पुलिस थाने में वर्षा साधु कॉस्टेबल की नौकरी कर रही हैं. वर्षा एक कोरोना वॉरियर हैं. उन्हें पुलिस थाने की ड्यूटी के साथ-साथ घर का भी ख्याल रखना होता है. वर्षा की बेटी अपनी मां को छोड़ने आती हैं. वर्षा अपने पोते को गोद मे ले कर प्यार करती हैं और बाद में अपनी ड्यूटी करने जाती हैं.
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वर्षा का कहना है कि 21 साल की नौकरी में पहला ऐसा मौका आया है जहां उसे देश के लिए काम करने का मौका मिला. वर्षा की ड्यूटी कभी थाने में तो कभी फील्ड पर होती है. वर्षा कहती हैं कि चाहे कुछ भी हो जाये कोरोना को हमें हराना है.
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कोरोना को लेकर डर पर उन्होंने कहा कि कोरोना से डर तो लगता है. लेकिन अगर खाकी पहनी है तो पहले देश और इलाके की जनता की सेवा करना मेरा धर्म है.
हर रोज घर जा कर मैं अपना और अपने परिवार का ख्याल रखती हूं. पुलिस थाने में छोड़ने आयीं वर्षा की बेटी कहती हैं कि ऐसे माहौल में डर तो बहुत लगता है.
लेकिन मुझे मेरी माँ पर गर्व है. मुझे गर्व है कि वह लोगों की सेवा के लिए कोरोना महामारी में भी बाहर निकलती हैं.
Source : Purab Patel