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कोरोनाकाल में आगे आए RSS के स्वयंसेवक, इस तरह कर रहे लोगों की मदद

कोरोनाकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक अपनी जान जोखिम में डालकर पूरी तत्परता के साथ लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने समर्थ भारत अभियान के तहत पुणे में निःशुल्क कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया है.

Updated on: 05 May 2021, 06:03 PM

highlights

  • श्मशान गृहों में स्वयंसेवक कर रहे सेवा
  • स्वयंसेवकों ने कोरोना मरीजों के लिए हेल्पलाइन खोली
  • कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर खोले

नई दिल्ली:

कोरोना की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है. इस महामारी ने मानवता को भी कुचल कर रख दिया है. यदि कोई संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो वो भी संक्रमित हो जाता है. इस सबके बावजूद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक अपनी जान जोखिम में डालकर पूरी तत्परता के साथ लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने समर्थ भारत अभियान के तहत पुणे में निःशुल्क कोविड केयर सेंटर प्रारंभ किया है. पुणे महानगर पालिका और राष्ट्रीय स्वयंसेवक जनकल्याण समिति, विवेक व्यासपीठ के संयुक्त तत्त्वाधान में यह केंद्र शुरू करने की जानकारी संघ के पुणे महानगर कार्यवाह महेश करपे ने दी.

माना अगम अगाध सिंधु है, संघर्षों का पार नहीं है !
किन्तु डूबना मझधारों में साहस को स्वीकार नहीं है 
जटिल समस्या सुलझाने को नूतन अनुसंधान न भूलें !!

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पुणेवासी कोरोना की आपदा में अनेक संकट का सामना कर रहे हैं. ऐसे में संकट के समय में यह सेंटर नागरिकों की सुविधा के लिए उपयुक्त रहेगा. पीपीसीआर (Pune Platform for Covid Responce), सह्याद्री हॉस्पिटल, लोहिया परिवार के मुकुंद भवन ट्रस्ट, लक्ष्मीनारायण देवस्थान ट्रस्ट, परिमल और प्रमोद चौधरी फाउन्डेशन और महर्षि कर्वे स्त्री शिक्षण संस्था के सहयोग से इस कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन गुड़ीपाडवा (13 अप्रैल) पर हुआ.

ग्वालियर में 100 बिस्तर का कोविड केयर सेंटर खोला

सेवा भारती, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सहित सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं व समाजसेवियों द्वारा कोरोना संकट काल में सेवा अभियान जारी है. इसी कड़ी में ग्वालियर के रेसकोर्स रोड स्थित लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान के इंडोर ऑडिटोरियम में पं. दीनदयाल उपाध्याय सेवा भारती कोविड केयर सेंटर का शुभारंभ सांसद विवेक शेजवलकर ने किया. उन्होंने कहा कि कोरोना एक वैश्विक आपदा है, जिसका सामना पूरा भारतवर्ष एकजुट होकर कर रहा है. ऐसे में हम सबको मिलजुलकर इस आपदा से युद्ध जीतना है. आज सेवा भारती ने  भाजपा, विद्यार्थी परिषद, सेवा भारती, ग्राहक पंचायत आदि कार्यकर्ताओं के परिश्रम से एवं समाजसेवी राजू कुकरेजा व अन्य सहयोगियों के सहयोग से यह पंडित दीनदयाल उपाध्याय सेवा भारती कोविड केयर सेंटर शुरु किया है.

भोपाल में कोरोना मरीजों के लिए 4 क्वारंटीन सेंटर शुरू

मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच राजधानी भोपाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने सेवा कार्यों की गति तेज कर दी है. भोपाल में प्रतिदिन संक्रमित मरीजों का आंकड़ा जिस गति से बढ़ा, उसके कारण पूरे शहर के सभी अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड का अभाव देखने को मिला. इसकी जानकारी स्वयंसेवकों को हुई तो उन्होंने समाज को साथ लेकर सहयोग करने की योजना बनाई. स्वयंसेवकों ने भोपाल के गांधीनगर के सेवा भारती आश्रम, शिवाजी नगर के सरस्वती शिशु मंदिर व सरस्वती शिशु मंदिर नारियल खेड़ा, सरस्वती शिशु मंदिर कोटरा में क्वारेंटाइन सेंटर बनाया है, जिनमें लगभग 70 लोगों को आश्रय देने की व्यवस्था की गई है. वहीं आवश्यकता पड़ने पर लगभग 200 लोगों के रुकने की व्यवस्था इन सेंटर्स पर की जाएगी.
 
संकट में सहयोगी बन रही स्वयंसेवकों द्वारा संचालित हेल्पडेस्क

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते सक्रमण के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने पीड़ितों एवं जरूरतमंदों की सहायता के लिए हेल्पडेस्क स्थापित किया है. इसके माध्यम से स्वयंसेवक लोगों की सहयता करने, जरूरी सामान उपलब्ध कराने एवं स्वास्थ्य परामर्श उपलब्ध करवाने का कार्य कर रहे हैं. मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और विदिशा सहित अन्य शहरों में स्वयंसेवकों ने हेल्पडेस्क शुरू किया है.
 
कोरोना संक्रमितों की सहायता के लिए हेल्पलाईन शुरू

कोरोना का संक्रमण फिर से बढ़ रहा है. विशेषकर महाराष्ट्र में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. महाराष्ट्र में प्रतिदिन 60 हजार से अधिक संक्रमित सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए गए हैं. ऐसे में अनेक लोगों को सहायता की आवश्यकता है. जिसे ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों तथा संबंधित संगठनों ने सेवा कार्य शुरू किए हैं.

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कोविड19 सेवायज्ञ गुजरात

गुजरात स्थित कर्णावती में संघ की शाखाओं में नित्य प्रतिदिन होने वाले कार्यक्रमों में एक ही संस्कार कैसे हमारी प्राणप्रिय मातृभूमि जगत के सर्वोच्च सिंहासन पर विराजित होकर जग को अभय प्रदान करे. कार्य सरल नहीं तो कार्यनिष्ठा भी कम नहीं. वर्तमान समय में कोविड19 के संक्रमण से उत्पन्न संकट दिन प्रतिदिन अपना प्रभाव बढ़ाता जा रहा है.
 
सौराष्ट्र में कोरोना महामारी के संकट में सेवा कार्य में जुटे

देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही सौराष्ट्र प्रांत में भी कोरोना संक्रमण की गति बढ़ी है. प्रतिदिन नए संक्रमण के 8000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. विभिन्न जिलों में स्थिति गंभीर हो रही है. संकट के समय में पीड़ितजनों तथा जरूरतमंदों की सेवा व सहयोग के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक सेवा कार्य में जुट गए हैं. स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न सेवा कार्य किए जा रहे हैं. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए कच्छ-भुज में काढ़ा वितरण किया जा रहा है. साथ ही कोविड केयर सेंटर भी प्रारंभ किया गया है. अस्पताल प्रशासन की सहायता के लिए भी स्वयंसेवक सेवा कार्य कर रहे हैं.
 
हेल्पलाइन पर मिलेगा विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जयपुर महानगर एवं नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन व आरोग्य भारती की ओर से कोरोना पीड़ित मरीजों और परिवारजनों के लिए हेल्पलाइन शुरू की गई है. हेल्पलाइन के माध्यम से एलोपैथिक, आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथिक चिकित्सकों से विभिन्न मरीज बीमारी से जुड़ा परामर्श ले सकेंगे. कोरोना महामारी के लगातार बढ़ रहे दायरे के बीच कई मरीज ऐसे भी हैं, जो अस्पतालों में जाने से घबरा रहे हैं. ऐसे मरीजों के लिए यह हेल्पलाइन शुरू की गई है. कोरोना महामारी में कुछ ऐसे मरीज भी हैं, जो अपने चिकित्सकों से परामर्श लेने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं. ये मरीज अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हैं.
 
कोरोना के खिलाफ जंग में सेवाभावी संस्थाएं जुटीं

कोरोनाकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित २० सेवाभावी संस्थाएं सेवा कार्य के लिए आगे आई हैं. इसके लिए हेल्पलाइन नंबर (022-41667466) जारी किया गया है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनकल्याण समिति, केशवसृष्टी माय ग्रीन सोसायटी, सेवा सहयोग, सेवांकुर, निरामय सेवा संस्था, आरोग्य भारती, समिधा, हेल्थ कॉसेप्ट, राष्ट्रीय सेवा समिति, चिंगारी सेवा फाऊंडेशन, नेशनल मेडिकोज़ आर्गेनाइजेशन, संस्थाएं सेवा कार्य में सहयोग कर रही हैं. अभियान के अंतर्गत अनेक उपक्रम चलाए जा रहे हैं. प्लाज्मा दानदाता, व प्राप्तकर्ता की सूची बनाई जा रही है.
 
'जहां कम, वहां हम' को चरितार्थ कर रहे स्वयंसेवक

कोरोना संक्रमण के कारण स्टॉफ की कमी से जूझ रहे रोहतक पीजीआई में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी व्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं. ताकि यहां आने वाले मरीजों व उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. पीजीआई में स्थापित कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं का जिम्मा स्वयंसेवकों के कंधों पर है और स्वयंसेवक पूरी निष्ठा के साथ जिम्मेदारी को निभा रहे हैं. जिला संघचालक देवेंद्र गोयल, जिला कार्यवाह मनजीत सिंह ने बताया कि पीजीआई प्रशासन से मुलाकात कर व्यवस्था में सहयोग करने के लिए अनुमति मांगी थी. 
 
कोरोना पीड़ितों की मदद कर रहे स्वयंसेवक

कोरोना संकट के इस समय में कुछ हाथ ऐसे हैं जो प्राणों की परवाह किए बिना पीड़ितों की सेवा के लिए उठ रहे हैं. सामाजिक-धार्मिक संस्थाएं, समाज सेवी सहयोग के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी कोरोना संकट से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए कार्य कर रहे हैं. प्राकृतिक आपदा या महामारी के दौरान लोगों की सहायता के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक भी अग्रमि पंक्ति में खड़े होते हैं. वर्तमान में भी देश और राज्य में कोरोना महामारी का संकट छाया हुआ है. हर तरफ पीड़ा दर्द और मायूसी के हालात हैं, संकट की इस घड़ी में स्वयंसेवक लोगों की सहायता के लिए आगे आ रहे हैं.

दिल्ली में स्वयंसेवक दे रहे लोगों का साथ

दिल्ली में कोविड-19 का दंश सबसे अधिक देखने को मिल रहा है. इस बीच दिल्ली प्रांत के स्वयंसेवक पिछले साल की तरह इस बार भी जरुरतमंदों की सहायता के लिए आगे आए हैं. दिल्ली प्रांत द्वारा कोरोना की दूसरी लहर से लोगों को बचाने और संक्रमित लोगों तथा उनके परिजनों को सहयोग प्रदान करने के लिए लगभग एक दर्जन प्रकार के सेवा कार्य प्रारंभ किए गए हैं. दिल्ली प्रांत के सभी 6 विभागों में यह सेवा कार्य इन दिनों संचालित किए जा रहे हैं. सभी सेवा कार्यों के लिए अलग-अलग स्वयंसेवकों की टोली सक्रिय है.

श्मशान गृहों में स्वयंसेवक कर रहे सेवा

राजकोट में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के कारण लोगों की मृत्यु भी हो रही है. कोरोना संक्रमण के कारण मृतकों के अंतिम संस्कार में जनभावना को संभालना प्रशासन के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. पिछले साल कोरोना संकट काल में लॉकडाउन और उसके पश्चात सेवा भारती के स्वयंसेवकों द्वारा किए कार्य से प्रशासन परिचित था. इसी के चलते स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से सहायता लेने का विचार किया.