महाराष्ट्र नव निर्माण सेना चीफ राज ठाकरे ने पुणे में रैली को संबोधित किया. इस रैली में राज ठाकरे ने बताया कि आखिर क्यों उनका अयोध्या दौरा रद्द किया गया. उन्होंने इस दौरान कहा कि, अगर मैं अयोध्या जाता तो मेरे खिलाफ कई केस दर्ज किए जाते. मैं रामलला के दर्शन करना चाहता था, लेकिन तबीयत ठीक नहीं होने के चलते ऐसा नहीं हो पाया. राज ठाकरे ने कहा कि, मुझे आज भी याद है, जिस वक्त उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह की सरकार थी, उस वक़्त कार सेवकों को जान से मारा गया. मुझे बाद में समझ मे आया कि ये सब ट्रैप था. अगर मैं अयोध्या जाता तो निश्चित ही मेरे साथ मेरे हजारों मन सैनिक मेरे साथ अयोध्या आते फिर सब कार्यकर्ताओं पर केस किया जाता. मुझे गाली मिलेगी चलेगा, मेरे ऊपर टिप्पणी की जाएगी चेलेगा लेकिन मैं अपने मैं कार्यकर्ताओं को तो नहीं फंसने दूंगा.
यूनिफॉर्म सिविल कोड का किया समर्थन
इस दौरान महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द 'यूनिफॉर्म सिविल कोड' लाएं. जनसंख्या नियंत्रण पर भी क़ानून लाएं और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया जाए.'
मातोश्री कोई मस्जिद है क्या?
राज ठाकरे ने इस दौरान नवनीत राणा की गिरफ्तारी का भी जिक्र किया. जिसमें उन्होंने कहा कि, उद्धव ठाकरे सरकार ने राणा दंपत्ति को सताने का काम किया. मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने में क्या दिक्कत है? क्या मातोश्री कोई मस्जिद है जो वहां हनुमान चालीसा नहीं पढ़ी जा सकती है. नवनीत राणा के साथ संजय राउत की फोटो सिर्फ एक ढ़ोंग है.
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उत्तर भारतीयों के अपमान पर दिया जवाब
पुणे की रैली को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि, क्या शिवसेना ये तय करेगी कि असली और नकली हिंदुत्व क्या है. उत्तर भारतीयों के अपमान के आरोप पर उन्होंने कहा कि, हमारा आंदोलन इसलिए था कि लोगों को अपने राज्य में ही नौकरी मिले. अब हमसे माफी मांगने की बात क्यों कही जा रही है. हमने पाकिस्तानी कलाकारों को मुंबई से बाहर निकालने का काम किया. आपने कौन सा आंदोलन किया?
HIGHLIGHTS
- पुणे में राज ठाकरे ने की रैली
- अयोध्या दौरा कैंसिल करने की बताई वजह
- सरकार से की यूनिफॉर्म सिविल कोड की मांग
Source : News Nation Bureau