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राहुल सुब्रमण्यन ने बताया, स्टैंड-अप कॉमेडी में क्राउड-वर्क फॉर्मेट क्यों होता पेचीदा

राहुल सुब्रमण्यन ने बताया, स्टैंड-अप कॉमेडी में क्राउड-वर्क फॉर्मेट क्यों होता पेचीदा

Updated on: 13 Apr 2023, 06:25 PM

मुंबई:

हास्य कलाकार राहुल सुब्रमण्यन को हाल ही में जारी स्टैंड-अप स्पेशल राहुल टॉक्स टू पीपल के लिए काफी सराहना मिल रही है, उन्होंने कहा कि क्राउड-वर्क का प्रारूप काफी चुनौतीपूर्ण है।

नए स्टैंड-अप स्पेशल में राहुल को स्टैंड-अप कॉमेडी में व्यापक रूप से इस्तेमाल किए जाने वाले मोनोलॉग के प्रारूप को छोड़ते हुए और गिग को स्केच करने के लिए दर्शकों के साथ बातचीत करते हुए देखा गया है।

दोनों रूपों के अलग होने के बारे में बात करते हुए राहुल ने आईएएनएस से कहा, हालांकि लोकाचार एक ही है कि एक कॉमेडियन के रूप में आपको मजाक बनाना है, कॉमेडी का यह रूप - क्राउड-वर्क, क्लासिकल मोनोलॉग प्रारूप से बेहद अलग है।

एक कॉमेडियन को तैयार स्टैंड-अप टमटम के विपरीत दर्शकों के सदस्य के आगे क्या आता है, इसके बारे में अपना काम करते हुए बहुत पतली रेखा पर चलना पड़ता है, जहां उनके पास समय और चीजें उनके नियंत्रण में होती हैं, क्योंकि प्रदर्शन पूरी तरह से उन पर निर्भर करता है।

उन्होंने आगे कहा : यह मुश्किल है, क्योंकि भीड़ के काम में आप एक अलग दिमाग से बातचीत कर रहे हैं और यह आपके नियंत्रण में नहीं है कि कोई व्यक्ति किसी विशेष पंक्ति पर कैसे प्रतिक्रिया देगा, आपको उत्तर के साथ मजाक के समय पर लगातार काम करना होगा या व्यक्ति की प्रतिक्रिया और उन स्थानों की तलाश करें, जहां आप एक पंचलाइन छोड़ सकते हैं। लेकिन, यह अधिक सम्मोहक है, क्योंकि हर बार जब आप किसी के साथ बातचीत करते हैं, तो बातचीत के दौरान कई नए कोण सामने आते हैं।

राहुल टॉक्स टू पीपल प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम करने के लिए उपलब्ध है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.