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बैकों के निजीकरण राहुल गांधी बोले- सरकारी बैंक मोदी मित्रों को बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा से खिलवाड़ है

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों का समर्थन किया है.

Updated on: 16 Mar 2021, 12:30 PM

highlights

  • बैंकों के निजीकरण के खिलाफ विरोध तेज
  • लाखों बैंक कर्मचारी हड़ताल पर बैठे
  • राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर बोला हमला

नई दिल्ली:

सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों (Banks) के निजीकरण को लेकर केंद्र सरकार (Central Government) के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है. लाखों की संख्या में बैंक कर्मचारी (Bank employees) दो दिवसीय हड़ताल पर हैं. इससे बैंकिंग सेवाओं (Banking Services) के प्रभावित होने की संभावना है. अब विपक्षी दल भी बैंकों के निजीकरण के विरोध में यूनियन के हड़ताल को लेकर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) पर हमलावर हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है और हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों का समर्थन किया है.

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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'केंद्र सरकार लाभ का निजीकरण और नुकसान का राष्ट्रीयकरण कर रही है. सरकारी बैंक मोदी मित्रों को बेचना भारत की वित्तीय सुरक्षा से खिलवाड़ है. मैं हड़ताल कर रहे बैंक कर्मचारियों के साथ हूं.'

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आपको बता दें कि यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियन(UFBU) ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ देशभर में 15 और 16 मार्च को हड़ताल बुलाई है. जिसके आह्वान पर देश के अलग अलग हिस्सों ने बैंक कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. जगह जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे बैंक कर्मचारियों का कहना है कि अगर सरकार नहीं मानी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.

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दरअसल, पिछले महीने पेश किए गए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी विनिवेश योजना के हिस्से के रूप में दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी. इससे पहले, सरकार ने वर्ष 2019 में आईडीबीआई बैंक में अपनी बहुलांश हिस्सेदारी एलआईसी को बेचकर उसका निजीकरण कर चुकी है और इसके साथ ही पिछले चार वर्षो में सार्वजनिक क्षेत्र के 14 बैंकों का विलय किया गया है.