logo-image

राहुल गांधी बोले- मोदी सरकार ने किसानों को सिर्फ धोखा दिया, लेकिन अब और नहीं...

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर किसान कानून (Farm Act) को लेकर मोदी सरकार (Modi Government) पर निशाना साधा है.

Updated on: 13 Oct 2020, 05:35 PM

नई दिल्‍ली:

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक बार फिर किसान कानून (Farm Act) को लेकर मोदी सरकार (Modi Government) पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कहा कि किसानों ने देश को खाद्य सुरक्षा दी और मोदी सरकार ने किसानों को सिर्फ धोखा दिया. लेकिन अब और नहीं... इससे पहले भी राहुल गांधी ने किसान कानून के विरोध में कई बार हमला बोला था.

यह भी पढ़ेंः संजय राउत बोले- शिवसेना न हिंदुत्व भूली है और न भूलेगी, लेकिन...

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर में शेयर किए वीडियो में कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसानों ने सरकार को फूड सिक्योरिटी दी. हिन्दुस्तान की सरकार ने पंजाब और हरियाणा के लिए ढांचा बनाया था. ढांचे में तीन खंभे थे- पहला- एमएसपी, दूसरा- फूट सिक्योरिटी, तीसरा- मंडी. इन तीन चीजों से हिन्दुस्तान को पंजाब और हरियाणा गारंटी अनाज देता है.

उन्होंने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी इस सिस्टम को खत्म करना चाहते हैं, क्योंकि जब तक ये सिस्टम रहेगा तब तक उनके मित्र अम्बानी, अदानी जैसे लोग हिन्दुस्तान के किसानों का पैसा नहीं ले सकते हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन कृषि कानूनों से ‘किसानों और मजदूरों को वैसे ही खत्म’ कर रहे हैं जैसे उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से छोटे दुकानदारों को ‘बर्बाद’ कर दिया था. राहुल ने संगरूर में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए भाजपा नीत केंद्र सरकार से सवाल किया कि इस महामारी के समय भी कानून लाने की क्या जल्दी थी.

यह भी पढ़ेंः हाथरस केस: गांव में 4 घंटे तक जांच, पीड़िता के भाई को साथ ले गई CBI

राहुल गांधी ने कहा कि जिस प्रकार उन्होंने (मोदी) जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) और नोटबंदी से छोटे दुकानदारों और छोटे व मंझोले व्यवसायों को समाप्त कर दिया, उसी प्रकार वह किसानों और श्रमिकों को खत्म कर रहे हैं तथा इन तीन कानूनों से आपका गला काटा जा रहा है. राहुल गांधी ने अनाजों की खरीद और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया और स्वीकार किया कि उनमें कमियां थीं.