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पुलवामा आतंकी हमले में बड़ा खुलासा, अलगाववादियों ने जैश के आतंकियों को पहुंचाई आर्थिक मदद : NIA सूत्र

सूत्रों ने बताया है कि जैश के आतंकियों को कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की मदद से हवाला के जरिए पाकिस्तान और दुबई से आर्थिक सहायता पहुंचाई गई थी.

Updated on: 02 Mar 2019, 10:52 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुई आत्मघाती हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को आतंकी फंडिंग को लेकर कई अहम सबूत मिले हैं. एनआईए सूत्रों ने कहा कि आतंकियों को स्थानीय स्तर पर मदद पहुंचाई जा रही थी. सूत्रों के मुताबिक, घाटी में अलगाववादी नेता आतंकियों के बड़े मददगार हैं, इसको लेकर जांच के दौरान एनआईए ने सबूत जुटा लिए हैं. पुलवामा हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने ली थी.

सूत्रों ने बताया है कि जैश के आतंकियों को कश्मीर के अलगाववादी नेताओं की मदद से हवाला के जरिए पाकिस्तान और दुबई से आर्थिक सहायता पहुंचाई गई थी. बता दें कि 26 फरवरी को एनआईए ने कश्मीर में कई अलगाववादी नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की थी.

छापेमारी के दौरान एनआईए ने करीब 40 अलगाववादी नेताओं के बैंक खाते चेक किए. आत्मघाती हमलावर आदिल डार और पुलवामा हमले में शामिल उसके करीब 6 से 7 आतंकियो को भी आर्थिक मदद पहुंचाई गई थी.

एनआईए सूत्रों ने कहा है कि आरडीएक्स लाने और हमले के लिए गाड़ी का इंतजाम जैसे कामों के लिए जो पैसा खर्च हुआ, वो पाकिस्तान से दुबई से पहुंचा था और फिर हवाला के जरिए कश्मीर लाया गया था.

बताया जा रहा है कि हमले की साजिश में शामिल कुछ अलगाववादियों की गिरफ्तारी जल्द हो सकती है. अलगाववादी आतंकियों को पैसा, हाइटेक इंटरनेट कम्युनिकेशन फोन और पाकिस्तानी वीजा भी मुहैया करवा रहे थे. इनमें से कुछ अलगाववादियों को अभी भी पुलिस सुरक्षा मिली हुई है.

इससे पहले एनआईए ने 27 फरवरी को बताया था कि उसने पुलवामा आतंकवादी हमले व आतंकी फंडिंग के संबंध में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) आतंकवादियों व अलगाववादी नेताओं के 11 ठिकानों पर छापे मारे. दिल्ली में एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा था कि जिन लोगों के घरों की तलाशी ली गई, उनमें जेईएम के मुदस्सिर अहमद खान व सज्जाद भट शामिल हैं.

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एजेंसी ने कहा था कि भट ने जेईएम के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को अपनी मारुति इको कार मुहैया कराई थी. डार ने 14 फरवरी के आत्मघाती हमले को अंजाम दिया, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए.

अधिकारी ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के त्राल, अवंतीपोरा व पुलवामा इलाकों में जेईएम के सक्रिय कार्यकर्ताओं के घरों की भी तलाशी ली गई, जिसमें डायरी व आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई। एनआईए ने पुलवामा आतंकवादी हमले की जांच के लिए 20 फरवरी को एक मामला दर्ज किया था.

एनआईए ने मई 2017 में दर्ज किए गए आतंकी फंडिग के एक मामले के संबंध में दक्षिण कश्मीर के 3 अलगाववादी नेताओं के घरों की भी तलाशी ली थी. इन नेताओं में मोहम्मद शबान डार, शौकत मौलवी और यास्मीन रजा शामिल हैं.

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उन्होंने कहा, 'हमने घरों से आतंकवादी फंडिंग, कोडेड संदेश व जिहादी साहित्य से जुड़े दस्तावेज जब्त किए.' इसमें पुलिस व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने एनआईए को सहयोग किया.

इसी तरह की छापेमारी घाटी के प्रमुख अलगाववादी नेताओं यासीन मलिक, शब्बीर शाह, मीरवाइज उमर फारूक, मोहम्मद अशरफ खान, मसरत आलम, जफर अकबर भट व नसीम गिलानी के आवास पर भी हुई थी.