logo-image

पु​लवामा: CRPF जवान से बंदूक छीनकर भागा संदिग्ध, तलाशी जारी

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवान की बंदूक एक संदिग्ध छीनकर भाग निकला. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीआरपीएफ की 183वीं बटालियन के जवान पुलवामा के निचले भाग में गश्त लगा रहे थे.

Updated on: 01 Jan 2023, 03:48 PM

highlights

  • CRPF जवान की बंदूक एक संदिग्ध छीनकर भाग निकला
  • पुलवामा के निचले भाग में गश्त लगा रहे थे जवान
  • आतंकवाद पर काबू पाने लिए सबसे कामयाब साल है

श्रीनगर:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ (CRPF ) जवान की बंदूक एक संदिग्ध छीनकर भाग निकला. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सीआरपीएफ की 183वीं बटालियन के जवान पुलवामा के निचले भाग में गश्त लगा रहे थे. तभी एक शख्स ने सीआरपीएफ के एएसआई की राइफल को छीन लिया. इसके बाद वह मौके से भाग निकला. इसकी पहचान इरफान अहमद के रूप में हो रही है. सेना के साथ सीआरपीएफ और पुलिस की टीमें उस शख्स को पकड़ने के लिए पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर सर्च अभियान चला रहे हैं. इससे पहले जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र शासित प्रदेश की कानून-व्यवस्था और आतंकवाद के खिलाफ 2022 में हुई कार्रवाई का ब्योरा दिया.

ऐसा बताया जा रहा है कि 2022 में 56 पाकिस्तानी नागरिकों समेत कुल 186 आतंकियों को मार गिराया. वहीं 159 को गिरफ्तार कर लिया गया. डीजीपी के अनुसार, यह साल आतंकवाद पर काबू पाने लिए सबसे कामयाब साल है. उन्होंने कहा कि आतंकवादी गतिविधियों की पूर्ण समाप्ति को लेकर पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सही दिशा में काम कर रही हैं. डीजीपी के अनुसार, 146 पाकिस्तान निर्मित आतंकी मॉड्यूल, जिसमें बड़ी ​साजिश के तहत हमलों को अंजाम देने का काम सौंपा गया, उनका भंडाफोड़ किया गया.

ये भी पढें:  हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने पद छोड़ा, कहा- मेरी छवि खराब करने की कोशिश

एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल कश्मीर में सिर्फ 100 युवा आतंकवादी संगठनों में शामिल हुए. यह बीते कई वर्षों में सबसे कम बताया जा रहा है. उन्होंने कहा​ कि अधिकता का सफाया कर दिया गया. वहीं सुरक्षा बल सक्रिय आतंकवादियों की संख्या   को दहाई के आंकड़े तक लाने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान प्रायोजित ऑनलाइन आतंकवाद अब चुनौती बनकर उभरा है.