PM मोदी आज इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन समिट का करेंगे उद्घाटन, 50 देश लेंगे हिस्सा
भारतीय डेयरी उद्योग इस मायने में अद्वितीय है कि यह एक सहकारी मॉडल पर आधारित है जो छोटे और सीमांत डेयरी किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाता है.
नोएडा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) आज सुबह लगभग 10:30 बजे इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट, ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में आयोजित होने वाले इंटरनेशनल डेयरी फेडरेशन वर्ल्ड डेयरी समिट 2022 का उद्घाटन करेंगे. चार दिवसीय विश्व डेयरी शिखर सम्मेलन 2022 ( inaugurate International Dairy Federation Summit) 12 से 15 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है. वैश्विक और भारतीय डेयरी हितधारकों का एक समूह है, जिसमें उद्योग जगत के नेता, विशेषज्ञ, किसान और नीति योजनाकार शामिल हैं, जो 'पोषण और आजीविका के लिए डेयरी' विषय पर केंद्रित हैं. आईडीएफ डब्ल्यूडीएस 2022 में 50 देशों के लगभग 1500 प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है. इस तरह का पिछला शिखर सम्मेलन भारत में लगभग आधी सदी पहले 1974 में आयोजित किया गया था.
ये भी पढ़ें : आप के अहमदाबाद दफ्तर पर गुजरात पुलिस की रेड, केजरीवाल ने साधा निशाना
भारतीय डेयरी उद्योग इस मायने में अद्वितीय है कि यह एक सहकारी मॉडल पर आधारित है जो छोटे और सीमांत डेयरी किसानों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाता है. प्रधानमंत्री के विजन से प्रेरित होकर सरकार ने डेयरी क्षेत्र की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पिछले आठ वर्षों में दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है. भारतीय डेयरी उद्योग की सफलता की कहानी, जो वैश्विक दूध का लगभग 23 प्रतिशत है, सालाना लगभग 210 मिलियन टन का उत्पादन करती है, और 8 करोड़ से अधिक डेयरी किसानों को सशक्त बनाती है, IDF WDS 2022 में प्रदर्शित की जाएगी. शिखर सम्मेलन से भारतीय डेयरी किसानों को वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानकारी हासिल करने में भी मदद मिलेगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Maa Lakshmi Puja For Promotion: अटक गया है प्रमोशन? आज से ऐसे शुरू करें मां लक्ष्मी की पूजा
-
Guru Gochar 2024: 1 मई के बाद इन 4 राशियों की चमकेगी किस्मत, पैसों से बृहस्पति देव भर देंगे इनकी झोली
-
Mulank 8 Numerology 2024: क्या आपका मूलांक 8 है? जानें मई के महीने में कैसा रहेगा आपका करियर
-
Hinduism Future: पूरी दुनिया पर लहरायगा हिंदू धर्म का पताका, क्या है सनातन धर्म की भविष्यवाणी