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पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का दौर, 4 अलग अलग घटनाओं में 3 की मौत, कई घायल

पश्चिम बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद मंगलवार को फिर हिंसा की 4 तस्वीरें सामने आई हैं, जो वहां की भयावह स्थिति को जाहिर करती हैं.

Updated on: 04 May 2021, 12:21 PM

highlights

  • बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद खूनी खेल
  • राजनीतिक द्वेष की बलि चढ़ रहे कार्यकर्ता
  • चुनावी हिंसा की 4 और घटनाएं आई सामने

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की भारी जीत के बाद राजनीतिक हिंसा के साथ खूनी खेल शुरू हो गया है. राज्य में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं हुई हैं. नतीजों के बाद कई लोगों की जान चुनावी हिंसा ने ले ली है. चुनाव परिणाम आने के 24 घंटे के भीतर भाजपा के कई कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई. कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं. पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के घर और दुकान तक जला दिए गए. इन सब का आरोप सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर लग रहा है. राज्यभर में जारी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब भी हिंसा का यह सिलसिला लगातार जारी है. आज हिंसा की 4 तस्वीरें सामने आई हैं, जो बंगाल की भयावह स्थिति को जाहिर करती हैं.

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दक्षिण 24 परगना के फाल्टा में बीजेपी नेता के घर पर हमला

पहला मामला दक्षिण 24 परगना जिले से आया है. जहां चुनाव परिणामों के बाद हिंसा और तोड़फोड़ देखी गई है. कलतला हाट बाजार इलाके में बीजेपी नेता सौमित्र अटा के घर हमला बोला गया. आरोप है कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने यह हमला किया है. इस हमले की सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जिसमें देखा गया कि वहां कुछ लोग बाइक और साइकिलों पर सवार होकर आते हैं. जिसके बाद वह घरों पर पथराव शुरू कर देते हैं. साथ ही वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ करने लग जाते हैं.

उत्तर दिनाजपुर में बीजेपी के कार्यकर्ता के घर में आग

हिंसा की दूसरा घटना उत्तर दिनाजपुर के चोपरा से सामने आई है. यहां बीजेपी के कार्यकर्ता के घर में आग लगा दी गई. तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह से बीजेपी कार्यकर्ता के घर को फूंक दिया गया है. शर्मनाक बात यह है कि यहां जो कुछ हो रहा है, वह सिर्फ राजनीतिक द्वेष की भावना से किया जा रहा है. चुनावों के वक्त भी जगह जगह हिंसा देखी गई और अब नतीजों के बाद बंगाल फिर जल रहा है.

सीतलकुची में बीजेपी कार्यकर्ता पर हमला

तीसरी घटना सीतलकुची से आई है, जहां बीजेपी कार्यकर्ता मिंटू बर्मन पर तेज हथियार से हमला किया गया है. बीजेपी कार्यकर्ता की हालत गंभीर बनी हुई है. इलाज के लिए उसे दिन्हाटा हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. सीतलकुची में चुनाव के वक्त भी हिंसा हुई थी. मतदान के दौरान पोलिंग बूथ 126 पर गोलीबारी में 4 लोग मारे गए थे. इसके अलावा भी हिंसा की छुट पुट घटनां यहां हो चुकी है.

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बर्दवान में हिंसक झड़प में 3 की मौत

हिंसा की चौथी घटना बर्दवान से सामने आई है, जहां तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई है, इस दौरान एक महिला समेत तीन लोग मारे गए हैं. बताया जाता है कि इस दौरान दोनों ओर से जमकर हमले किए गए, जिसमें अभी तक 3 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. घायलों को इलाज के लिए बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के बाद से ही पूरे इलाके में तनाव का माहौल है और बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने का प्रयास कर रहे हैं. इस घटना के बाद से तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी की ओर से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं.

बीजेपी के साथ लेफ्ट का भी टीएमसी पर हमला

गौरतलब है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन बाद सोमवार को व्यापक पैमाने पर हिंसा देखने को मिली, जिसमें कथित तौर पर झड़प और दुकानों को लूटे जाने के दौरान कई बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई तो कई घायल हो गए. मंगलवार को भी हिंसा का दौर जारी है. बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसके कार्यकर्ता हमले कर रहे हैं. पार्टी ने दावा किया कि उसके 9 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की इस हिंसा में मौत हो गई. राजनीतिक हिंसा का आरोप लगाने वाली भाजपा को अब वामदलों का भी साथ मिल गया है. सीताराम येचुरी ने टीएमसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

बीजेपी 5 मई को करेगी धरना प्रदर्शन

चुनाव नतीजे आने के बाद हमले और हत्या की घटनाओं को देख बीजेपी ने बंगाल में राजनीतिक हिंसा के खिलाफ 5 मई को देशव्यापी धरना-प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए आज ही कोलकाता पहुंच रहे हैं. वह 4 और 5 मई को दो दिनों तक बंगाल में रहकर हिंसा के शिकार परिवारों से मिलेंगे और संवेदना व्यक्त करेंगे. बीजेपी का आरोप है कि ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार के शासन में अब तक 140 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है.बावजूद इसके राज्य प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है.