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जम्मू-कश्मीर में पुलिस ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक को हिरासत में लिया

जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को बुधवार को श्रीनगर में एक प्रदर्शन मार्च के दौरान पुलिस ने हिरासत में ले लिया.

Updated on: 06 Feb 2019, 05:47 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासीन मलिक को बुधवार को श्रीनगर में एक प्रदर्शन मार्च के दौरान पुलिस ने हिरासत में ले लिया. मलिक राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर मार्च शुरू करने अपने पार्टी के अबी गुजर कार्यालय से दर्जनों समर्थकों के साथ बाहर निकले. पुलिस ने मार्च को रोक दिया और मलिक को निवारक हिरासत में ले लिया. इसके पहले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष यासिन मलिक को 21 जनवरी को भी गिरफ्तार किया गया था. जेकेएलएफ से जुड़े सूत्रों ने कहा था कि मलिक को मैसूमा स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया. मलिक की गिरफ्तारी उसी दिन हुई है, जब संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने 21 जनवरी, 1990 को सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मारे गए 50 नागरिकों की याद में श्रीनगर और करीबी इलाकों में विरोध स्वरूप बंद का आह्वान किया. यह घटना उस समय हुई थी जब सुरक्षा बलों ने शहर के गाव कादल इलाके में एक भारी जुलूस को रोक दिया था.

बता दें कि 21 जनवरी 1990 को गावकदल में एक राष्ट्रविरोधी रैली में शामिल कथित आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोली चलाई थी. इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी गोली चलाई थी और उसके बाद वहां मची अफरा-तफरी व हुई फायरिंग में 50 से ज्यादा लोग मारे गए थे. अलगाववादी खेमा इस घटना के लिए सुरक्षाबलों को पूरी तरह जिम्मेदार ठहराते हुए गावकदल कांड को कश्मीर का जलियांवाला कांड करार देते हुए हर साल इसकी बरसी पर बंद का आयोजन करता है.