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मोदी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा को करेंगे संबोधित, वैश्विक मंच पर उठाएंगे आतंकवाद का मुद्दा

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा संबोधित करेंगे. उनका यह भाषण ऑनलाइन होगा.

Updated on: 26 Sep 2020, 10:59 AM

highlights

  • करीब 9 बजे होगा पीएम मोदी का भाषण
  • प्रधानमंत्री मोदी आज के पहले वक्ता होंगे
  • वैश्विक मंच से मिलेगा पाकिस्तान को करारा जवाब

नई दिल्ली:

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज संयुक्त राष्ट्र महासभा संबोधित करेंगे. उनका यह भाषण ऑनलाइन होगा. कोरोना वायरस महामारी के कारण संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन ऑनलाइन किया जा रहा है. मोदी का यह संबोधन न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में स्थानीय समयानुसार करीब 9 बजे होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज के पहले वक्ता होंगे. हालांकि सत्र का आगाज भारतीय समयानुसार शाम 6.30 बजे से हो गया है.

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सूत्रों ने बताया है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा के जारी 75वें सत्र के दौरान भारत की प्राथमिकता आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक कार्रवाई को और मजबूत करने पर जोर देने की होगी. यानी आतंकवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र के मंच से पाकिस्तान को करारा जवाब देने वाले हैं. सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री का भाषण रिकॉर्ड किया जा चुका है.

उधर, संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान पर पलटवार किया और कहा कि इस्लामाबाद ने एक बार फिर झूठ दोहराया, निजी हमले किए. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया, 'पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान एक और कूटनीति गिरावट है. एक और झूठ का पुलिंदा, निजी हमले और पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों और सीमा-पार आतंकवाद को छिपाने का प्रयास है.'

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संयुक्त राष्ट्र महासभा के 75वें सत्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने पहले से रिकॉर्ड किये वीडियो संबोधन में जम्मू-कश्मीर समेत भारत के आतंरिक मामलों का जिक्र किया था. जब खान के संबोधन में भारत का जिक्र आया तब संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव मिजितो विनितो महासभा हॉल से बाहर चले गए थे.

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इस सप्ताह की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र को पुराने ढांचे और विश्वसनीयता के संकट को लेकर आईना दिखाया था. भारत का इस संबंध में संदेश स्पष्ट था कि 75 साल होने पर भी संयुक्त राष्ट्र का क्रिया-कलाप और ढांचा वैसा ही है जैसे यह 1940 के दशक के मध्य में था, जिसमें सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य देशों में अभी भी पांच सदस्यों को ही रखा गया है, जबकि भारत भी इसका हकदार है. सोमवार को मोदी ने चार मिनट से कम समय लिया और प्री-रिकॉर्डेड भाषण में इतने कम समय में ही वो सबकुछ कह डाला जो वो कहना चाहते थे.