logo-image

PM मोदी बोले- बिहार में नीतीश के नेतृत्व में ही करेंगे विकास के काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को एक बार फिर सार्वजनिक मंच से स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बिहार में गठबंधन का नेतृत्व करेंगे ,भले ही उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड का प्रदर्शन भाजपा के मुकाबले अच्छा ना रहा हो.

Updated on: 11 Nov 2020, 11:10 PM

दिल्ली:

‘‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’’ के मंत्र को बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिली जीत का सबसे बड़ा रहस्य बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को एक बार फिर सार्वजनिक मंच से स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बिहार में गठबंधन का नेतृत्व करेंगे ,भले ही उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड का प्रदर्शन भाजपा के मुकाबले अच्छा ना रहा हो. प्रधानमंत्री मोदी बिहार और देश के विभिन्न राज्यों के उपचुनावों में भाजपा को मिली विजय के उपलक्ष्य पर भाजपा मुख्यालय में आयोजित धन्यवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.

यह भी पढ़ेंःबिहार चुनाव की जीत पर बोले PM मोदी- लोकतंत्र के लिए परिवारवादी पार्टियां सबसे बड़ा खतरा

बिहार को अपने लिए सबसे खास बताते हुए मोदी ने कहा कि आप आज बिहार के चुनाव नतीजों के बारे में पूछेंगे तो मेरा जवाब भी जनता के जनादेश की तरह स्पष्ट और साफ सुथरा है. चुनाव जीतने का एक ही रहस्य है. ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र की जीत हुई है बिहार में. बिहार की जीत को विकास कार्यों की भी जीत बताते हुए मोदी ने कहा कि राज्य की जनता ने एक बार फिर साफ कर दिया कि उसे क्यों लोकतंत्र की ज़मीन कहा जाता है.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आपने फिर सिद्ध किया है कि वाकई, बिहारवासी पारखी भी हैं और जागरूक भी. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के संकल्प के लिए बिहार ने जो अपार प्यार दिया है उससे मैं और हमारी पूरी टीम अभिभूत हैं. हम सभी भाजपा के कार्यकर्ता नीतीश के नेतृत्व में हर बिहारवासी के साथ इस संकल्प को सिद्ध करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे.

यह भी पढ़ेंःNDA की जीत का जश्न, जेपी नड्डा ने कहा- बिहार में विकास के वोट बा, लूट के चोट बा...

उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि बिहार में तीन बार सरकार में रहने के बाद भाजपा ही एकमात्र पार्टी है, जिसकी सीटों में बढ़ोतरी हुईं. उल्लेखनीय है कि बिहार में पहली बार भाजपा जदयू से अधिक सीटें जीतने में सफल रही है. भाजपा को जहां 74 सीटें मिली वहीं जदयू 43 सीटों पर सिमट कर रह गई.