विश्वभर में कोरोना वायरस (Corona Virus) कहर ढा रहा है. इसकी चपेट में भारत भी आ गया है. देश में कोरोना वायरस का आंकड़ा 46,711 पहुंच गया है, जबकि अबतक 1,583 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, कोरोना से संक्रमित 13,160 लोग ठीक होकर अपने घर चले गए हैं. वर्तमान समय में कोरोना के 31,967 पेसेंट सक्रिय हैं. इसी क्रम में कोविड-19 (Covid-19) की वैक्सीन को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को टास्क फोर्स के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस का टीका विकसित करने, औषधि खोज, रोग-निदान और परीक्षण में भारत के प्रयासों की मौजूदा स्थिति की मंगलवार को समीक्षा की. पीएम मोदी ने कोरोना वायरस टीका विकास पर एक कार्यबल की बैठक की अध्यक्षता की. आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री द्वारा की गई समीक्षा में शैक्षिक समुदाय, उद्योग और सरकार के असाधारण रूप से साथ आने का संज्ञान लिया गया.
मोदी ने महसूस किया कि इस तरह का समन्वय और गति मानक संचालन प्रक्रिया में सन्निहित होनी चाहिए. बयान में कहा गया कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संकट में जो संभव है, वह वैज्ञानिक कार्यप्रणाली की हमारी नियमित शैली का हिस्सा होना चाहिए. पीएमओ ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय वैक्सीन कंपनियां शुरुआती चरण में कोरोना की वैक्सीन के अविष्कार करने में जुटी हुई हैं. इस क्षेत्र में भारतीय शिक्षाविदों और स्टार्ट-अप्स ने भी अग्रणी भूमिका निभाई है. 30 से अधिक इंडियन कंपनियां कोविड-19 टीका की खोज में लगातार परीक्षण कर रही हैं.
NAM शिखर सम्मेलन में बोले पीएम नरेंद्र मोदी- पूरी दुनिया कोरोना से लड़ रही है और कुछ लोग आतंक का वायरस फैला रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को गुट निरपेक्ष (NAM) देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया था. यह सम्मेलन वर्चुअल हुआ. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने कोरोना के जंग में मिलकर कैसे मुकाबला करें और इसके इलाज को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
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गुट निरपेक्ष देशों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि इस संकट के दौरान हमने दिखाया है कि एक वास्तविक जन आंदोलन बनाने के लिए लोकतंत्र, अनुशासन और निर्णायकता एक साथ कैसे आ सकते हैं. भारतीय सभ्यता पूरी दुनिया को एक परिवार के रूप में देखती है. जब हम अपने नागरिकों की देखभाल करते हैं, तो हम अन्य देशों को भी मदद दे रहे हैं.'
पीएम मोदी ने आगे कहा कि कोविद-19 (COVID-19) का मुकाबला करने के लिए हमने अपने निकटवर्ती इलाके में समन्वय को बढ़ावा दिया है. इसके साथ ही हम कई अन्य देशों के साथ भारत की चिकित्सा विशेषज्ञता को साझा करने के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन कर रहे हैं. अपनी आवश्यकताओं के बावजूद हमने 123 सहयोगी देशों को मेडिकल सप्लाई सुनिश्चित की है.