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PM मोदी ने बताया 'कांग्रेस मुक्त' भारत का सच, कहा- कांग्रेस को भी 'कांग्रेस मुक्त' होने की जरूरत

2014 के आम चुनाव के प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने देश को 'कांग्रेस मुक्त' किए जाने का नारा दिया था। लेकिन क्या वाकई में बीजेपी के लिए 'कांग्रेस मुक्त' भारत का मतलब सभी राज्यों से कांग्रेस का सफाया है!

Updated on: 21 Jan 2018, 11:48 PM

highlights

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कांग्रेस मुक्त भारत का मतलब
  • मोदी ने कहा 'कांग्रेस मुक्त' भारत का मतलब बतौर संगठन कांग्रेस के खात्मे से नहीं है

नई दिल्ली:

2014 के आम चुनाव के प्रचार के दौरान नरेंद्र मोदी ने देश को 'कांग्रेस मुक्त' किए जाने का नारा दिया था। लेकिन क्या वाकई में बीजेपी के लिए 'कांग्रेस मुक्त' भारत का मतलब सभी राज्यों से कांग्रेस का सफाया है!

एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में इसे लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका मतलब बतौर पार्टी और संगठन कांग्रेस का 'खात्मा' नहीं है।

मोदी ने कहा कि देश की राजनीति की मुख्यधारा कांग्रेस रही है और इस वजह से वह देश की सभी पार्टियों में एक संस्कृति के तौर पर विकसित हो चुकी है, जिसका खराब चेहरा हमारे सामने आता है।

उन्होंने कहा, 'कांग्रेस की शैली जातिवाद, परिवारवाद, धोखा देना, सत्ता को दबोच कर रखना और भ्रष्टाचार के रूप में विकसित हो गई है।' 'कांग्रेस मुक्त' भारत से मेरा मतलब इस संस्कृति के खात्मे से है।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस मुक्त भारत से मेरा आशय चुनावी उठापटक से नहीं बल्कि इस शैली से मुक्ति पाने की है।'

उन्होंने कहा मैं इस शैली के रूप विकसित हो चुकी उन सभी बुराइयों से मुक्ति के पक्ष में हूं, जो देश के सभी दलों में कम और ज्यादा मात्रा में मौजूद है।

मोदी ने कहा कि मेरी यह बात किसी दल तक सीमित नहीं है। कांग्रेस को सलाह देते हुए मोदी ने कहा, 'मेरी अपील कांग्रेस से है वह खुद भी कांग्रेस मुक्त हो जाए।'

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उन्होंने कहा कि राजनीति में शामिल लोगों की पहचान भ्रष्टाचारी की बन गई है, जबकि ऐसे कई लोग हैं जो दिन-रात देश सेवा के लिए काम करते रहे हैं। लेकिन कांग्रेस शैली की वजह से उनकी पहचान बिगड़ गई है। मैं इसके खात्मे के खिलाफ हूं।

मोदी ने कहा, 'सिर्फ कांग्रेस को ही कांग्रेस मुक्त होने की जरूरत नहीं है बल्कि अन्य दलों को भी खुद के भीतर कांग्रेस के प्रवेश को रोकना होगा।'

इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी से बजट को लेकर जब यह पूछा गया कि क्या वह इस बार चुनावी दबाव में पॉपुलिस्ट बजट पेश करेंगे, तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह भी उसी कांग्रेस शैली का हिस्सा है, जिससे मुक्ति पाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा, 'लोकरंजक अर्थनीति भी कांग्रेस की शैली का हिस्सा रहा है और हमें इससे बचने की जरूरत है।'

न्यायपालिका से दूर रहने की जरूरत

पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में हुए विवाद को लेकर पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि इस पूरे मामले में मुझे, सरकार और अन्य राजनीतिक दलों को दूर रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, 'हमारी न्यायपालिक में बैठे लोग काफी सक्षम लोग हैं और वह मिल बैठकर इसका समाधान निकालेंगे।'

गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने चीफ जस्टिक दीपक मिश्रा के खिलाफ न्यायिक प्रशासन में कथित अनियमितता का आरोप लगाया है।

भारत की विदेश नीति पाक आधारित नहीं

आतंकवाद के मामले में वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अगल-थलग किए जाने के मामले में विदेश नीति की सफलता को लेकर पूछे जाने पर मोदी ने कहा कि यह मानकर चलना ठीक नहीं होगा कि भारत की विदेश नीति पाकिस्तान आधारित है।

उन्होंने कहा, 'भारत की विदेश नीति भारत के संदर्भ में है। भारत की विदेश नीति दुनिया के साथ इसके रिश्तों के संदर्भ में है। यह मुद्दा आधारित है। हमारी विदेश नीति एक देश पर आधारित नहीं है और ऐसा होना भी नहीं चाहिए।'

उन्होंने कहा कि वह किसी भी देश को अलग-थलग करने के लिए काम नहीं कर रहे हैं लेकिन 'जो भी आतंकवाद के खिलाफ कदम उठा रहा है, मैं उनका स्वागत करुंगा।' पीएम ने कहा कि दुनिया आतंक के खिलाफ एकजुट हो रही है।

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