अजय देवगन की ऑनस्क्रीन बेटी एक बार फिर बनीं मां, नन्ही परी का किया वेलकम
प्रधानमंत्री नमो ड्रोन दीदी योजना से आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त हो रही महिलाएं
मुंबई पुलिस ने ड्रग्स फैक्टरी का किया भंडाफोड़, तीन सप्लायर गिरफ्तार
दिल्ली : अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 242 गिरफ्तार
भारत की जनसंख्या 1.46 अरब तक पहुंची, प्रजनन दर में गिरावट : यूएनएफपीए
मोदी सरकार के कार्यकाल में जम्मू-कश्मीर अभूतपूर्व उपलब्धियों का बना गवाह : पूर्णिमा शर्मा
पीएम मोदी ने की विदेश दौरे से लौटे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से की मुलाकात, सांसदों-राजनयिकों ने साझा किए अनुभव
राजा रघुवंशी हत्याकांड : सामने आई एफआईआर की कॉपी, गायब मिला सामान
राजा रघुवंशी की हत्या करके कैसे पिता को सांत्वना दे रहा प्रेमी, बहन ने शेयर किया वीडियो

पीएम मोदी की कोरोना डिप्लोमेसी से डरा चीन, अब दुष्प्रचार का षड्यंत्र

पीएम नरेंद्र मोदी की वैक्सीन डिप्लोमेसी ने चीन को डरा दिया है. दक्षिण एशिया में भारत के बढ़ते प्रभाव के बीच ड्रैगन अब दुष्प्रचार और बदनाम करने की नई साजिश पर उतर आया है.

पीएम नरेंद्र मोदी की वैक्सीन डिप्लोमेसी ने चीन को डरा दिया है. दक्षिण एशिया में भारत के बढ़ते प्रभाव के बीच ड्रैगन अब दुष्प्रचार और बदनाम करने की नई साजिश पर उतर आया है.

author-image
Nihar Saxena
एडिट
New Update
PM Modi Corona Diplomacy

पीएम मोदी के खिलाफ अब नई साजिश में जुटा चीन.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की कोरोना डिप्लोमेसी से डरा चीन (China) अब दुष्प्रचार पर उतर आया है. इसके लिए चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने हर बार की तरह ही मोर्चा संभाला है. अखबार ने पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने की घटना को आधार बनाते हुए भारत की वैक्सीन उत्पादन क्षमता पर सवाल खड़े किए हैं. यही नहीं, शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे कांग्रेसी नेताओं की तर्ज पर कोविशील्ड (Covishield) और कोवैक्सीन को ट्रायल पूरा नहीं करने के आरोप के आधार पर कठघरे में खड़ा किया है. गौरतलब है कि पीएम मोदी ने दक्षिण एशिया के देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कर अब अफ्रीकी देशों की ओर रुख किया है. 

Advertisment

भारत की कोरोना डिप्लोमेसी से ड्रैगन बैकफुट पर
कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति पर अड़ंगेबाजी और कीमत वसूलने की चाल ने चीन को उसके ही पड़ोसी देशों में बेनकाब कर दिया है. ऐन मौके जहां बांग्लादेश ने चीनी वैक्सीन को ना कह दिया था, वहीं नेपाल ने भी भारतीय वैक्सीन को तरजीह दी. ऐसे में ड्रैगन भारत की वैक्सीन डिप्लोमेसी को पचा नहीं पा रहा है. उलटे कोरोना महामारी के बीच भारत के वैक्सीन मैत्री अभियान ने चीन को दक्षिण एशिया में बैकफुट पर ढकेल दिया है. ऐसे में चीनी सरकार का मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स भारत के अभियान के खिलाफ दुष्प्रचार और उसे बदनाम करने में जुट गया है. वहीं भारत ने पहले से ही श्रीलंका, अफगानिस्तान और पाकिस्तान को छोड़कर सभी सार्क देशों को भारत के सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशिल्ड वैक्सीन का तोहफा दिया है.

यह भी पढ़ेंः चीन को भारत की दो टूक, LAC से हर हाल में पीछे हटना होगा

अफगानिस्तान को जल्द मिलेगी कोरोना वैक्सीन 
भारत और अफगानिस्तान के बीच वैक्सीन को लेकर बातचीत जारी है. भारत का कहना है कि अफगानिस्तान में स्थानीय रेगुलेटर की तरफ से वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी मिल जाने के बाद उसे वैक्सीन की खेप की सप्लाई की जाएगी. भारत ने अफगानिस्तान को भरोसा दिलाया है कि वह उसकी प्राथमिकता सूची में ऊपर है. भारत की तरफ से 27 जनवरी को श्रीलंका को कोरोना वैक्सीन 5 लाख डोज दी जाएगी.

यह भी पढ़ेंः भारत और चीन के बीच सिक्किम के नाथुला में झड़प, 20 चीनी सैनिक घायल - सूत्र

कांग्रेस और चीन की आपत्तियां एक जैसी
वहीं, ग्लोबल टाइम्स ने भारत की वैक्सीन मैत्री के खिलाफ दुष्प्रचार करते हुए सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने की घटना के बाद भारत के वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग क्षमता पर सवाल उठाए हैं. ग्लोबल टाइम्स ने यह भी दावा किया है कि चीन में रहने वाले भारतीय चीनी वैक्सीन को तरजीह दे रहे हैं. ग्लोबल टाइम्स ने बीबीसी की रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि पेशेंट्स राइट्स ग्रुप ऑल इंडिया ड्रग एक्शन नेटवर्क का कहना है कि सीरम ने कोविशील्ड को लेकर स्टडी को पूरा नहीं किया है. यही आरोप लगाते हुए शशि थरूर और मनीष तिवारी जैसे कांग्रेसी नेताओं ने कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण अभियान पर सवाल उठाए थे. 

यह भी पढ़ेंः 26 जनवरी को दिल्ली में पावर कट की साजिश, पाक में बनाए 308 ट्विटर हैंडल

नेपाल ने नहीं दी चीनी वैक्सीन को मंजूरी
भारत के प्रयासों के उलट चीन ने बहुत कम और उन देशों को वैक्सीन देने का ऑफर दिया है जहां वह राजनीतिक और आर्थिक रूप से अपने पैर पसारना और प्रभाव जमाना चाहता है. नेपाल मे ड्रग रेगुलेटर ने अभी तक चीनी वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है. वहीं, मालदीव सरकार के सूत्रों का कहना है कि चीन की तरफ से कोविड-19 वैक्सीन की किसी भी तरह की सप्लाई को लेकर कोई संकेत नहीं मिले हैं. इतना ही नहीं चीन के करीबी देश कंबोडिया ने भी भारत से वैक्सीन देने का आग्रह किया है. वहीं रायटर की एक रिपोर्ट में पिछले हफ्ते कहा गया था कि टीके की सप्लाई को लेकर बांग्लादेश के साथ चीन का गतिरोध है.

शी जिनपिंग पीएम नरेंद्र मोदी New Conspiracy INDIA चीन global times china Defaming कोरोना डिप्लोमेसी दक्षिण एशिया कोविड-19 covid-19 अफ्रीकी देश Fear PM Narendra Modi Xi Jinping Corona Diplomacy
      
Advertisment