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लाल किले के प्राचीर से मोदी ने चीन और पाकिस्तान को दी चेतावनी, पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती की नई परिभाषा भी गढ़ी

भारत के 74 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से दो पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान और चीन को कड़ी चेतावनी दी है.

Updated on: 15 Aug 2020, 10:33 AM

नई दिल्ली:

भारत के 74 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के प्राचीर से दो पड़ोसी मुल्कों पाकिस्तान और चीन को कड़ी चेतावनी दी है. नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है. देश की संप्रभुता पर जिसने भी आंख उठाई है देश की सेना ने उसे उसकी भाषा में जवाब दिया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती की एक नई परिभाषा भी दी है.

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लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्हें जताते हुए कहा, 'सीमा पर देश के सामर्थ्य को चुनौती देने के दुष्प्रयास हुए हैं. लेकिन LOC से लेकर LAC तक देश की संप्रभुता पर जिसने भी आंख उठाई है, हमारी सेना ने उसी की भाषा में जवाब दिया है. देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरा देश एक जोश से भरा हुआ है. संकल्प से प्रेरित है. सामर्थ्य के अटूट श्रद्धा से आगे बढ़ रहा है.' उन्होंने कहा कि हमारे जवान क्या कर सकते है यह लदाख में दुनिया ने देख लिया है. आतंकवाद हो या विस्तारवाद, भारत आज डंटकर मुकाबला कर रहा है.

पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती की नई परिभाषा दी

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती की नई परिभाषा दी. उन्होंने कहा, 'एक्सटेंडेड नेवर हुड- पड़ोसी सिर्फ वो नहीं, जिससे सीमाएं मिलती है बल्कि वो भी है जिससे दिल मिलता है. हमारे पड़ोसी देशों के साथ, चाहे वो हमसे ज़मीन से जुड़े हों या समंदर से, अपने संबंधों को हम सुरक्षा, विकास और विश्वास की साझेदारी के साथ जोड़ रहे हैं. आज पड़ोसी सिर्फ वो ही नहीं हैं जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं. जहां रिश्तों में समरसता होती है, मेल जोल रहता है.'

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नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत के जितने प्रयास शांति और सौहार्द के लिए हैं, उतनी ही प्रतिबद्धता अपनी सुरक्षा के लिए, अपनी सेना को मजबूत करने की है. भारत अब रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लिए भी पूरी क्षमता से जुट गया है. देश की सुरक्षा में हमारे बॉर्डर और कोस्टल इंफ्रास्ट्रक्चर की भी बहुत बड़ी भूमिका है. उन्होंने कहा कि हिमालय की चोटियां हों या हिंद महासागर के द्वीप, आज देश में रोड और इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभूतपूर्व विस्तार हो रहा है, तेज़ गति से विस्तार हो रहा है.