logo-image

पीएम मोदी ने की अपील- सैनिकों के लिए घर में एक दीया जलाएं

पीएम ने कहा, तीर्थाटन अपने आप में भारत को एक सूत्र में पिरोता है. ज्योर्तिलिंगों और शक्तिपीठों की श्रृंखता भारत को एक सूत्र में बांधती है. त्रिपुरा से लेकर गुजरात तक जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक स्थापित हमारे आस्था के केंद्र हमें एक करते हैं.

Updated on: 25 Oct 2020, 12:34 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दी. इसके साथ ही उन्होंने लोगों से सावधानी से त्योहार मनाने की भी अपील की. साथ ही पीएम ने लोगों से Vocal for Local को बढ़ावा देने की अपील की. इस दौरान पीएम ने लोगों से देश के वीर जवानों के लिए घर में एक दीया जलाने की भी अपील की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात में कहा कि तीर्थाटन अपने आप में भारत को एक सूत्र में पिरोता है. ज्योर्तिलिंगों और शक्तिपीठों की श्रृंखता भारत को एक सूत्र में बांधती है. त्रिपुरा से लेकर गुजरात तक जम्मू-कश्मीर से लेकर तमिलनाडु तक स्थापित हमारे आस्था के केंद्र हमें एक करते हैं.

यह भी पढ़ें : मन की बात में PM ने दिया 'वोकल फॉर लोकल' का संदेश

पीएम ने कहा कि केरल में जन्मे पूज्य आदि शंकराचार्य ने भारत की चारों दिशाओं में चार महत्वपूर्ण मठों की स्थापना की- उत्तर में बद्रिकाश्रम, पूर्व में पूरी, दक्षिण में श्रृंगेरी और पश्चिम में द्वारका. शंकराचार्य ने श्रीनगर की यात्रा भी की, यही कारण है कि वहां एक शंकराचार्य ने हिल है. साथ ही मोदी ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया और कहा कि 31 अक्टूबर को हमने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को खो दिया. मैं सबसे अधिक सम्मानपूर्वक उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.

यह भी पढ़ें : विजयदशमी पर मोहन भागवत बोले- भारत के जवाब से सहमा चीन

मन की बात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल को भी याद किया. उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों बाद सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती. 31 अक्टूबर को हम सब 'राष्ट्र्रीय एकता दिवस' के तौर पर मनाएंगे. प्रधानमंत्री ने मन की बात में कहा कि 31 अक्टूबर को हम वाल्मीकि जयंती भी मनाएंगे. मैं महर्षि वाल्मीकि को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं. महर्षि वाल्मीकि के उदात्त आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करते रहते हैं. वह करोड़ों गरीबों और दलितों के लिए एक बड़ी उम्मीद है.