आईसीएमआर ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के संपर्क में आई आबादी का पता लगाने के लिए राष्ट्रव्यापी सीरो-सर्वेक्षण कराया जाएगा. ऐसा ही एक सर्वेक्षण मई में किया गया था, जिसके नतीजे अभी जारी होना बाकी हैं. भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) सीरो-सर्वेक्षण करेगा, जिसके तहत लोगों के खून के नमूने की जांच करके शरीर में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित होने के बारे में पता लगाया जाएगा. इससे यह पता लग सकेगा कि कितने लोग वायरस संक्रमण की जद में आए.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में विशेष कार्य अधिकारी राजेश भूषण ने बृहस्पतिवार को कहा कि आईसीएमआर द्वारा मई में आयोजित किए गए सीरो-सर्वेक्षण के अंतिम नतीजे की प्रक्रिया अभी चल रही है जोकि मध्य अप्रैल के संक्रमण पर केंद्रित था. उन्होंने कहा, 'निकट भविष्य में, आईसीएमआर एक राष्ट्रव्यापी अनुवर्ती (फोलोअप) सीरो-सर्वेक्षण की योजना बना रहा है जैसा कि पहले मध्य अप्रैल में संक्रमण की जद का पता लगाने के लिए आयोजित किया गया था.'
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वहीं दूसरी तरफ बीते 24 घंटों में दिल्ली में 105 से अधिक नए कोरोना कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) बनाए गए हैं. दिल्ली में फिलहाल 563 कोरोना कंटेनमेंट जोन हो चुके हैं. इन कंटेनमेंट जोन को सील कर दिया गया है. यहां किसी भी प्रकार की आवाजाही प्रतिबंधित है. इसी के साथ बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस (Corona Virus) से 45 लोगों की मौत हुई है. कंटेनमेंट जोन वह इलाके हैं जहां एक साथ कई कोरोना रोगी पाए जाते हैं. इन इलाकों से कोरोना का संक्रमण अन्य क्षेत्रों में भी फैलने का खतरा होता है, इसलिए ऐसे इलाकों को सील किया जा रहा है. दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली (Delhi) में अब 563 कोरोना हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं. बुधवार तक इनकी संख्या 458 थी.