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ग्रामीण भारत को बदलने के लिए लोग गोद ले सकते हैं 6 लाख गांव

ग्रामीण भारत को बदलने के लिए लोग गोद ले सकते हैं 6 लाख गांव

Updated on: 26 Mar 2023, 11:30 PM

हैदराबाद:

तेलंगाना में एक गांव को गोद लेने वाले प्रसिद्ध स्तन कैंसर सर्जन पी. रघु राम ने कहा कि ग्रामीण भारत में जीवन और आजीविका के उत्थान के लिए अमृत काल के दौरान 6 लाख नागरिक आसानी से 6 लाख गांवों को गोद ले सकते हैं।

केआईएमएस-उषालक्ष्मी सेंटर फॉर ब्रेस्ट डिजीज के निदेशक ने अपने गोद लिए हुए मेदक जिले के सबसे दूरस्थ गांव इब्राहिमपुर में पिछले आठ वर्षो में कई परोपकारी पहल की हैं। हाल ही में उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना के लिए 10 लाख रुपये का योगदान दिया है।

इब्राहिमपुर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली 10 वर्ष से कम आयु की सभी 37 बालिकाओं के खातों में 27,000 रुपये जमा किए गए हैं, जो प्रत्येक के 21 वर्ष के होने पर लगभग 1 लाख रुपये हो जाएगा।

रविवार को सिद्दीपेट में लाभार्थियों और उनके परिवारों के साथ बातचीत करते हुए, तेलंगाना के वित्त और स्वास्थ्य मंत्री हरीश राव ने रघु राम को 2015 से इब्राहिमपुर में कई परोपकारी पहलों की अगुवाई करने के लिए उनकी सरहाना की, जिसमें गांव के निवासियों के लिए एक आधुनिक श्मशान का निर्माण, गांव के बाहरी इलाके में पशुओं के संक्रमण को रोकने के लिए गांव के बहारी इलाके में पशु शेड, लाइफ के लिए शून्य बिजली बिल सुनिश्चित करने के लिए होम सोलर सिस्टम, स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल परिसर में एक डिजिटल क्लासरूम और एक डाइनिंग हॉल और एक ओपन एयर जिम शामिल है।

उन्होंने यह भी कहा कि इब्राहिमपुर ने देश भर के नौकरशाहों और राजनेताओं का ध्यान और प्रशंसा आकर्षित की है, जिन्होंने व्यक्तिगत रूप से गांव का दौरा किया है और गांव में बेहद फायदेमंद विकासात्मक गतिविधियों के प्रभाव को देखा है।

मेरे गोद लिए हुए गांव इब्राहिमपुर के निवासियों तक पहुंचने में सक्षम होना एक आशीर्वाद और एक अविश्वसनीय विशेषाधिकार रहा है। सरकार से सब कुछ करने की अपेक्षा करना अनुचित है और उन नागरिकों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जिनके पास सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने एवं कम भाग्यशाली लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक है। तेलंगाना में लगभग 10,000 गांव हैं।

रघु राम ने आगे कहा कि यह मेरी विश और डिजायर (इच्छा) है कि अगर सिर्फ 10000 नागरिक एक-एक गांव को गोद लें और ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन और आजीविका के उत्थान के लिए अपने समय और ऊर्जा का कुछ हिस्सा निवेश करें, तो यह इब्राहिमपुर मॉडल देश के लिए एक बेंचमार्क के रूप में काम कर सकता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.