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ISI प्रशिक्षित आतंकवादी की थी बड़ी योजना, पीर मौलाना बनकर छुपाता था पहचान

दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान के रहने वाले एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है . यह आतंकी राजधानी में हमले की योजना बना रहा था जो पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित रमेश पार्क में कथित तौर पर फर्जी नाम से रह रहा था.

Updated on: 12 Oct 2021, 05:33 PM

highlights

  • दिल्ली पुलिस ने कहा, राजधानी में हमले की योजना बना रहा था
  • उसके ठिकानों से एके-47, हथगोला, पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद
  • दिल्ली पुलिस त्योहारी सीजन के कारण पहले से ही हाई अलर्ट पर थी

नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने पाकिस्तान के रहने वाले एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है . यह आतंकी राजधानी में हमले की योजना बना रहा था जो पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित रमेश पार्क में कथित तौर पर फर्जी नाम से रह रहा था. पुलिस ने उसके ठिकानों से एके-47 राइफल, हथगोला, पिस्तौल और गोला-बारूद बरामद किया है. यह आतंकवादी राजधानी दिल्ली में त्योहारी सीजन के दौरान आतंकवादी हमले की योजना बना रहा था. बाद में उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया जहां से अदालत ने उसे 14 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के अधिकारी ने कहा कि संदिग्ध आतंकी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के निवासी मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के रूप में हुई है. 

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गिरफ्तार आतंकी शास्त्री नगर निवासी अली अहमद नूरी के नाम से भारतीय नागरिक के तौर पर रह रहा था. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के आयुक्त प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि गिरफ्तारी के समय पुलिस ने कई अन्य हथियारों और गोला-बारूद के साथ एक एके 47 राइफल के अलावा 60 राउंड की दो मैगजीन, एक हथगोला और 50 राउंट कारतूस के साथ दो पिस्टल भी बरामद किए गए. दिल्ली पुलिस ने कहा कि यूएपीए अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस त्योहारी सीजन के कारण पहले से ही हाई अलर्ट पर थी. 

आईएसआई ने किया था प्रशिक्षित

दिल्ली पुलिस (स्पेशल सेल) के डीसीपी ने कहा कि उसे पाकिस्तान आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित किया गया है. वह बांग्लादेश के रास्ते सिलीगुड़ी सीमा के माध्यम से भेजा गया था. पाकिस्तान के एक नसीर ने उसे (आतंकवादी अभियान चलाने के लिए) यह काम सौंपा था. वह दिल्ली और उसके आसपास 'पीर मौलाना' के वेश में भी रह रहा था. डीसीपी ने कहा कि वह भारतीय पहचान का उपयोग करते हुए एक दशक से अधिक समय से भारत में रह रहा है. प्रारंभिक जांच में स्लीपर सेल के रूप में उसकी संलिप्तता का पता चला है, जो विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में था. 

आतंकी ने कई फर्जी आईडी बनवा रखे थे

डीसीपी ने कहा कि उसने कई फर्जी आईडी बनवाए थे, जिनमें से एक अहमद नूरी के नाम से थी. उसने भारतीय पासपोर्ट भी हासिल कर लिया था. इसके अलावा संदिग्ध आतंकी ने थाईलैंड और सऊदी अरब की यात्रा की थी. उन्होंने दस्तावेजों के लिए गाजियाबाद के वैशाली में एक भारतीय महिला से भी शादी की थी. बाद में उसे छोड़ दिया था. वह अजमेर, दिल्ली, वैशाली और उधमनगर में रह चुका है. जबकि भारती पहचान पत्र उसने बिहार से बनवाए थे. पता चला है कि पूर्व में भी वह आतंकी गतिविधियों में शामिल था. पुलिस के अनुसार, नासिर नामक पाक आईएसआई हैंडलर ने उसे भर्ती किया और उसे निर्देश दे रहा था. रमेश पार्क के जिस मकान में था उसके मकान मालिक के बेटे उजैब ने कहा कि वह यहां 6 महीने तक रहा था. मेरे पिता ने दस्तावेज के लिए उससे अपना आधार कार्ड बनवा लिया था. उसके जाने के बाद हम संपर्क में नहीं थे. जरूरत पड़ी तो हम पुलिस का सहयोग करेंगे.  

बांग्लादेश के रास्ते सिलीगुड़ी के जरिये भारत में आया था

आतंकी अशरफ को आईएसआई ने बांग्लादेश के रास्ते से सिलीगुड़ी के जरिए भारत में भेजा था. यह दिल्ली, अजमेर, वैशाली, गाजियाबाद, उधम नगर, कश्मीर में भी रहा है. यह अपनी पहचान छिपाने के लिए हमेशा जगह बदलता रहता था. इस आतंकी के दिल्ली में दो ठिकाने मिले हैं. यह पाकिस्तान के पंजाब में नरोवाल का रहने वाला है. वर्ष 2005 के आसपास पाकिस्तान से निकला था. नासिर नामक पाकिस्तान का आईएसआई एक अधिकारी है जिसने इसकी भर्ती की थी. वह सोशल मीडिया के जरिये अपने हैंडलर से संपर्क करता था. इस आतंकी ने वर्ष 2014 में पासपोर्ट बनाया था जिस पर बिहार का पता का उल्लेख है. वह कई बार मस्जिदों में रहता था. उसने अब तक 10 साल में 5-6 ठिकाने बदले थे.  

पहले से है दिल्ली में चौकसी बढ़ाने का निर्देश जारी

दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने शनिवार को भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की थी और इन दिनों  चौकसी बढ़ाने के निर्देश जारी किए थे. दिल्ली पुलिस प्रमुख की क्राइम रिव्यू मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा हुई कि आतंकियों या देश विरोधी तत्वों को स्थानीय गैंगस्टरों की मदद से कैसे रोका जाए. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि देश भर में चल रहे समारोहों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सुरक्षा के कड़े इंतजाम पहले ही कर लिए हैं. दिल्ली पुलिस की यह बड़ी गिरफ्तारी 14 सितंबर को स्पेशल सेल द्वारा पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने और पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) द्वारा प्रशिक्षित दो लोगों सहित सात संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के लगभग एक महीने बाद हुई है.