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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)
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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)
पाकिस्तान भारत में अशांत पैलाने की साजिश रचता रहता है. देश को दो सीमावर्ती राज्य कश्मीर और पंजाब उसके निशाने पर रहते हैं. पंजाब में विधानसभा चुनाव को देखते हुए वह राज्य को अशांत करने की कोशिश कर रहा था. इस बड़ी साजिश को दिल्ली पुलिस ने नाकाम कर दिया है. पाकिस्तान ट्वीटर के माध्यम से लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़का कर रक्तपात कराना चाहता था. लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कुछ ऐसी टि्वटर अकाउंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है जिन्हें पाकिस्तान में बनाया गया और उनका इस्तेमाल भारत में धार्मिक सौहार्द्र और आपसी भाईचारा बिगाड़ने के लिए किया जा रहा था.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ऐसे करीब 46 ट्विटर हैंडल की पहचान की गई है जो इस तरीके की साजिश में लगे हुए थे और उन्हें ब्लॉक भी कर दिया गया है. तफ्तीश के दौरान पाया गया कि इन सभी 46 ट्विटर अकाउंट को फर्जी डिटेल के आधार पर पाकिस्तान में तैयार किया गया है.
डीसीपी (IFSO) केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, सोशल मीडिया की निगरानी के दौरान, यह देखा गया कि कुछ ट्विटर हैंडल द्वारा ट्विटर पर एक फर्जी वीडियो साझा किया जा रहा है. दरअसल, ये वीडियो सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद 9 दिसंबर, 2021 को हुई कैबिनेट कमेटी की बैठक का था. ये वीडियो विभिन्न समाचार पोर्टलों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आसानी से उपलब्ध था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस वीडियो साजिश के तहत मॉर्फ किया गया और एक नया वॉयस ओवर लगाया गया, जिसमें कथित व्यक्तियों ने यह दिखाने की कोशिश की कि यह बैठक सिख समुदाय के खिलाफ थी.
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इसके पीछे मुख्य मकसद दुश्मनी को बढ़ावा देना और सांप्रदायिक वैमनस्यता को भड़काना था. धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने की इस साजिश को पाकिस्तान में रचा गया था. मामले के खुलासे के बाद इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. शुरुआती जांच के दौरान, मुख्य रूप से दो ट्विटर खातों की पहचान की गई थी, जिसके जरिए इस वीडियो का प्रचार शुरू किया था.
ये दोनों ही ट्विटर हैंडल @simrankaur0507 और @eshalkaur1 हैं. इस संबंध में स्पेशल सेल ने मामला दर्ज किया है और आईएफएसओ द्वारका के द्वारा इसकी जांच की जा रही है. प्राथमिक रूप से तकनीकी जांच के दौरान, यह देखा गया कि ऐसे कई अकाउंट हैं, जिन्होंने एक ही वीडियो को समान सामग्री और एक ही हैशटैग के साथ ट्वीट किया था. ऐसा एक गलत मकसद के तहत किया जा रहा था. तकनीकी विश्लेषण से पता चला है कि ये खाते एक ही ब्राउज़र (multilogin.com द्वारा विकसित) से संचालित किए जा रहे थे. ये मल्टीलॉगिन मिमिक ब्राउजर और स्टील्थफॉक्स ब्राउजर प्रदान करता है, जिसमें मल्टी सेशन और प्राइवेट सेशन की विशेषताएं होती हैं.
पंजाब में सिर्फ एक चरण में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होंगे और नतीजे 10 मार्च को आएंगे. पंजाब विधानसभा का कार्यकाल 27 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है. 117 सीटों वाले पंजाब में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर दस साल बाद सत्ता में लौटी जबकि शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी गठबंधन केवल 18 सीटों तक सिमट गया था.