logo-image

Operation Kaveri: सूडान से भारत लौटे भारतीयों ने बयां किया खौफनाक मंजर, सुनें Video में

Operation Kaveri :  सूडान में अर्धसैनिक बल और सेना के बीच खूनी संघर्ष जारी है लेकिन अंतरराष्ट्रीय दवाब के बाद वहां 72 घंटों के लिए हिंसा विराम की घोषणा की गई है. इसे लेकर सभी देशों को सुडान में फंसे अपने नागरिकों को लेकर चिंता सताने लगी है.

Updated on: 26 Apr 2023, 11:21 PM

नई दिल्ली:

Operation Kaveri :  सूडान में अर्धसैनिक बल और सेना के बीच खूनी संघर्ष जारी है लेकिन अंतरराष्ट्रीय दवाब के बाद वहां 72 घंटों के लिए हिंसा विराम की घोषणा की गई है. इसे लेकर सभी देशों को सुडान में फंसे अपने नागरिकों को लेकर चिंता सताने लगी है. वहां भारत के भी करीब हजार नागरिक फंसे हुए हैं. भारत सरकार ने सूडान से अपने देश के लोगों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन कावेरी' शुरू किया है. इसके तहत वायुसेना के विमान बुधवार को 360 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंच गए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचते ही लोगों ने भारत माता की जय, भारतीय सेना जिंदाबाद और पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए हैं. 

हिंसा प्रभावित सूडान से निकाले गए भारतीय सोनू यादव और राजेश भगत ने न्यूज नेशन को अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि वहां हर रोज खाने का इंतजाम भी बहुत मुश्किल से होता था. सूडान से निकाले गए भारतीय नागरिकों में से एक ने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि हमें खाने के इंतजाम के लिए बहुत मुश्किल हो रही थी. ऐसा 2-3 दिनों तक जारी रहा.

वहीं, सूडान से भारत आए प्रमोद ने बताया कि  हमारी कंपनी के पास रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) की टेंट लगाई गई थी. सुबह करीब 9 बजे सुरक्षा बल हमारी कंपनी में घुस गया और हमारे साथ लूटपाट की. उन्होंने हम लोगों को 8 घंटे तक बंधक बनाकर रखा. उन्होंने हमारे सीने पर राइफल तान रखी और हमारे मोबाइल-पैसे छीन लिए.

यह भी पढ़ें : West Bengal : पत्नी से लड़ाई हुई तो युवक ने बंदूक की नोंक पर स्कूली बच्चों को बनाया बंधक, देखें Video

सूडान में 72 घंटे हिंसा विराम की घोषणा के बाद खून खराबे की खबरें सामने आ रही हैं. आपको बता दें कि अब्देल फतह अल-बुरहान सूडान के सेना प्रमुख हैं और उनके डिप्टी मोहम्मद हमदान डागलो अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के चीफ हैं. इन दोनों फोर्स ते बीच खूनी संघर्ष जारी है. इसकी वजह से वहां तख्तापलट के हालात पैदा हो गए हैं.