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भारत की पाकिस्तान पर फिर 'डिजिटल स्ट्राइक', शहबाज सरकार 'गहरे सदमे' में

गौरतलब है कि भारत के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान के कई देशों में स्थित दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मोदी सरकार और भारत के खिलाफ जहर उगलते ट्वीट किए गए थे.

Updated on: 01 Oct 2022, 12:33 PM

highlights

  • पीएफआई पर प्रतिबंध के खिलाफ जहर उगलने की 'सजा' मिली
  • भारत में पाकिस्तान सरकार के ट्विटर हैंडल पर नहीं दिखेंगे ट्वीट
  • इसके पहले भी केंद्र की मोदी सरकार कर चुकी है डिजिटल स्ट्राइक

नई दिल्ली:

हाल के कुछ महीनों में फिर से 'डिजिटल स्ट्राइक' करते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान की शहबाज सरकार के ट्विटर अकाउंट भारत में रोक लगा दी है. इसके पहले जुलाई में पाकिस्तान (Pakistan) सरकार का ट्विटर अकाउंट मोदी सरकार  (Modi Government) ने बैन किया था, लेकिन कुछ समय बाद ही उसे फिर से शुरू करा दिया गया था. शनिवार को फिर से पाकिस्तान सरकार के ट्विटर हैंडल को खोलने पर वहां लिखा दिख रहा है कि पाकिस्तान सरकार के अकाउंट पर कानून सम्मत मांग पर भारत में रोक लगा दी गई है. गौरतलब है कि हाल ही पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को पांच साल के लिए प्रतिबंधित किए जाने के बाद कनाडा स्थित पाकिस्तानी दूतावास के पीएफआई पर प्रतिबंध की खिलाफत करते कई ट्विट्स किए गए थे, जिन्हें जमकर शेयर भी किया गया था. माना जा रहा है कि इसी को लेकर मोदी सरकार ने ट्विटर से पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर रोक लगाने को कहा था. हालांकि इस संदर्भ में अभी तक ट्विटर (Twitter) का कोई औपचारिक बयान नहीं आया है. 

पीएफआई पर प्रतिबंध के बाद उगला था जहर
गौरतलब है कि भारत के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर प्रतिबंध के बाद पाकिस्तान के कई देशों में स्थित दूतावास के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मोदी सरकार और भारत के खिलाफ जहर उगलते ट्वीट किए गए थे. इनमें भी कनाडा के वैंकुवर स्थित पाकिस्तानी दूतावास सबसे आगे था. पाकिस्तान की ओर ऐसा कोई पहली बार नहीं किया गया है. भारत के अंदरूनी मामलों पर वह दुष्प्रचार में सबसे आगे रहता है. ट्विटर के नियम-कायदों के मुताबिक माइक्रोब्लॉगिंग साइट कानून सम्मत मांग पर ऐसा कदम उठा सकती है. अब इस रोक के बाद पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक भी ट्वीट भारत में देखने को नहीं मिलेंगे. इसके पहले भी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 16 यू-ट्यूब न्यूज चैनल ब्लॉक कराए थे, जिनमें से आधा दर्जन पाकिस्तान से चल रहे थे. मंत्रालय ने यह कदम भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, कूटनीतिक रिश्तों और भारतीय समाज को लेकर किए जा रहे दुष्प्रचार के बाद उठाया था. 

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जून में भी भारत कर चुका है डिजिटल स्ट्राइक
गौरतलब है कि जून में भी भारत ने संयुक्त राष्ट्र, तुर्की, ईरान और मिस्र स्थित पाकिस्तानी दूतावास के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर रोक लगाई थी. इसके बाद अगस्त में भारत ने यू-ट्यूब के 8 न्यूज चैनलों को ब्लॉक कर दिया था. इनमें से एक पाकिस्तान से संचालित हो रहा था. ब्लॉक किए गए यू-ट्यूब न्यूज चैनल भ्रामक और दुष्प्रचार करती भारत से जुड़ी खबरों का प्रसारण कर रहे थे. ये चैनल भारतीय न्यूज चैनलों का लोगो और उनके एंकर की तस्वीरों के साथ दुष्प्रचार कर रहे थे. इस तरह से केंद्र की मोदी सरकार अब तक 100 यू-ट्यूब चैनल, 4 फेसबुक पेज, 5 ट्विटर अकाउंट और 3 इंस्टाग्राम अकाउंट भारत विरोधी जहरीले प्रचार के लिए ब्लॉक कर चुकी है.