logo-image

किसानों के मुद्दे पर राहुल गांधी ने बोला सरकार पर वार, प्रधानमंत्री से पूछा ये सवाल

राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ किसानों को नजरअंदाज ही नहीं कर रही, बल्कि वो उन्हें बर्बाद करने की साजिश भी कर रही है.

Updated on: 14 Jan 2021, 03:07 PM

मदुरै:

कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि सरकार सिर्फ किसानों को नजरअंदाज ही नहीं कर रही, बल्कि वो उन्हें बर्बाद करने की साजिश भी कर रही है. कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ऐसा इसलिए कर रही है, क्योंकि वो अपने दो-तीन दोस्तों को लाभ पहुंचाना चाहते हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सरकार को ये कानून वापस लेने पड़ेंगे, मैंने जो कहा उसे याद रखना.' 

यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता के बयान पर सिंधिया का तंज- सौ साल पुरानी पार्टी की पुरानी सोच

राहुल गांधी ने कहा, 'वो (प्रधानमंत्री मोदी) किसानों की जमीन, उनकी उपज लेकर उसे अपने दो-तीन दोस्तों को देना चाहते हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'आप किसानों को दबा रहे हो, मुट्ठी भर उद्योगपतियों की मदद कर रहे हो, जब कोरोना आता है तब आप आम आदमी की मदद नहीं करते. आप किसके प्रधानमंत्री हैं, भारत के लोगों के या दो-तीन बिजनेसमैन के?' उन्होंने कहा, 'किसान जो कर रहे हैं मुझे उस पर गर्व है और मैं उनका पूरा समर्थन करता हूं.' राहुल गांधी ने आगे कहा, 'सरकार को ये कानून वापस लेने पड़ेंगे, मैंने जो कहा उसे याद रखना.'

इस दौरान राहुल ने लद्दाख के गतिरोध को लेकर भी सरकार पर वार किया है. उन्होंने कहा कि चीन हमारे क्षेत्र में क्या कर रहा है. बता दें कि राहुल गांधी तमिलनाडु के दौरे पर पहुंचे हैं. आज राहुल गांधी मदुरै के अवनियापुरम में थे, जहां वो पोंगल के फसल उत्सव के दौरान आयोजित होने वाले पारंपरिक खेल 'जल्लीकट्टू' देखने आए. यहां कांग्रेस नेता ने उन लोगों को चेतावनी दी जो तमिल संस्कृति के बारे में आलोचना करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग कहते हैं कि तमिल कल्चर खत्म हो जाएगा, वो गलत हैं.

यह भी पढ़ें: कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा के विवादित बोल- बेटियों पर ऐसा बयान, शर्म..शर्म..शर्म 

कार्यक्रम स्थल पर एक संक्षिप्त भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि वह उन लोगों को एक संदेश देने आए थे जो कहते हैं कि तमिल संस्कृति खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि तमिल संस्कृति और इतिहास को देखना एक प्यारा अनुभव है. उन्होंने कार्यक्रम को व्यवस्थित तरीके से आयोजित करने के लिए जल्लीकट्टू आयोजकों की सराहना की ताकि ये खेल सुरक्षित तरीके से हो. उन्होंने कहा कि उन्हें तमिलनाडु के लोगों से बहुत प्यार और स्नेह मिला है. तमिल इतिहास और संस्कृति की रक्षा की जाएगी और वो इसके बारे में जानने आए थे.