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ओमिक्रॉन पर डॉक्टरों ने दिया तीसरी लहर का संकेत, ऐसे बच सकती है जान

देश भर में तेजी से बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए डॉक्टरों ने कहा कि इस समय हम वास्तव में जोखिम में हैं, इसलिए तैयारियों की विशेष जरूरत है

Updated on: 15 Dec 2021, 10:57 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने भारत समेत कई देशों को संकट में डाल दिया है. ओमिक्रॉन अब तक दुनिया के 77 देशों में पहुंच चुका है. वहीं, भारत की अगर बात करें तो यहां ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या तेजी के साथ बढ़ती जा रही है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और केरल समेत देश के कई राज्यों में ओमिक्रॉन के केस मिले हैं, जिसकी वजह से केंद्र और राज्य सरकारों के लिए चिंता के भाव उभर आए हैं. ऐसे में लोगों के जेहन में अब बूस्टर डोज का ख्याल आने लगा है. लोगों को टेंशन में डालने का एक कारण यह भी है कि विशेषज्ञों ने कोरोना की तीसरी लहर आने के संकेत दिए हैं.

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ऐसे में सरकार को चाहिए कि लोगों की सुरक्षा के लिहाज से खासकर हेल्थकेयर वर्कर्स, कम एंटीबॉडी और बुजुर्गों के लिए बूस्टर खुराक का रोडमैप बनाया जाना चाहिए. डॉक्टरों की मानें तो इस समय सरकार को स्वास्थ्यकर्मियों के लिए वैक्सीन की बूस्टर डोज बनाने का ब्लूप्रिंट तैयार कर लेना चाहिए. देश भर में तेजी से बढ़ रहे ओमिक्रॉन के मामलों को देखते हुए डॉक्टरों ने कहा कि इस समय हम वास्तव में जोखिम में हैं, इसलिए तैयारियों की विशेष जरूरत है. डॉक्टरों का कहना है कि ओमिक्रॉन एक बेहद ही संक्रामक वेरिएंट है, जिसमें एंटीबॉडी भी काम नहीं करती. आपको बता दें कि ब्रिटेन में कोरोन वैक्सीन न लेने वालों में एंटीबॉडी बेहद कम है, यही वजह है कि उनको हॉस्पिटलों में भर्ती कराया जा रहा है.