देश में कोरोना वैक्सीन की शनिवार से ड्राई रन की शुरुआत हुई. इस बीच वैक्सीन पर सियासत की खिचड़ी भी पकने लगी. नेता हैं तो सियासी जुबान तो चलेगी ही. वैक्सीन पर सियासत की शुरुआत उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने की. वही, उनके इस बयान को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खारिज कर दिया. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कोरोना वैक्सीन लगवाने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि जितने लोग वैक्सीनेशन करवाएंगे, देश और अर्थव्यवस्था के लिए उतना अच्छा है. वैक्सीन किसी राजनीतिक पार्टी की नहीं है. ये मानवता के लिए है और जितनी जल्दी ये अतिसंवेदनशील लोगों तक पहुंचेगी, उतना अच्छा है.
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पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मैं किसी और के बारे में नहीं जानता, लेकिन जब मेरी बारी आएगी तो मैं ख़ुशी से अपनी बांह उठाकर खुशी-खुशी कोरोना वैक्सीन लगवा लूंगा. इस वायरस ने अब तक काफी तबाही मचाई है. ऐसे में अगर किसी वैक्सीन से हालात सामान्य होते हैं तो मेरी तरफ से हां है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा कि मैं अभी कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं लगवाऊंगा, क्योंकि उन्हें बीजेपी पर भरोसा नहीं है. सपा मुखिया ने तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार ताली और थाली बजवा रही थी, वो वैक्सीनेशन के लिए इतनी बड़ी चेन क्यों बनवा रही है, ताली और थाली बजवाकर ही कोरोना भगवा दे. अखिलेश ने आरोप लगाया कि ये लोग अपने सभी कार्यक्रम करते हैं और विपक्ष के कार्यक्रम पर कोरोना के नाम पर रोक है.
Source : News Nation Bureau